राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपनी पुर्तगाल की राजकीय यात्रा के दौरान आज मंगलवार को पुर्तगाल की संसद असेम्ब्लिया द रिपब्लिका का दौरा किया। राष्ट्रपति मुर्मु के पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और जोस पेड्रो अगुइयर-ब्रांको ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की और सहमति जताई कि दोनों देशों की संसदों के बीच नियमित संवाद से जन-जन के बीच संबंध और गहरे होंगे।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मु ने पुर्तगाल के सांसदों और भारत-पुर्तगाल संसदीय मैत्री समूह के सदस्यों से भी मुलाकात की। इससे पहले सोमवार को, लिस्बन के मेयर ने राष्ट्रपति मुर्मु को ‘सिटी की ऑफ लिस्बन’ (लिस्बन की प्रतीकात्मक चाबी) भेंट की। इस दौरान राष्ट्रपति ने लिस्बन शहर की सांस्कृतिक विविधता, नवाचार और डिजिटल विकास की सराहना की और कहा कि भारत-पुर्तगाल इन क्षेत्रों में और सहयोग बढ़ा सकते हैं।
वहीं पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा ने राष्ट्रपति मुर्मु के सम्मान में एक भव्य रात्रिभोज आयोजित किया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु ने दोनों देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंधों और साझेदारी को उजागर किया। उन्होंने कहा, “यह वर्ष भारत-पुर्तगाल के 50 वर्षों के द्विपक्षीय संबंधों का प्रतीक है। हमारी साझेदारी अब एक आधुनिक, प्रगतिशील और बहुपक्षीय सहयोग में बदल रही है।”
राष्ट्रपति मुर्मु ने विज्ञान, तकनीक, स्टार्टअप्स, रक्षा, शिक्षा और डिजिटल इनोवेशन जैसे क्षेत्रों में सहयोग की सराहना की और कहा कि भारत पुर्तगाल को एक महत्वपूर्ण भागीदार मानता है। साथ ही, उन्होंने यूरोपीय संघ के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत करने में पुर्तगाल की भूमिका को भी सराहा।