भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का 13 से 19 अक्टूबर तक तीन अफ्रीकी देशों अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की राजकीय यात्रा पर हैं, इसका पहला चरण 15 अक्टूबर को पूरा हो गया। वह तीन तक अल्जीरिया में रुकीं। उनकी यात्रा का दूसरा चरण आज (16 अक्टूबर) मॉरिटानिया से शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति मुर्मु अल्जीरिया की तीन दिन की यात्रा संपन्न करने के बाद अपने दौरे के दूसरे चरण में बुधवार को मॉरिटानिया के लिए रवाना हो रही हैं। राष्ट्रपति मुर्मु ने भारत और अल्जीरिया के बीच संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से उच्चस्तरीय नेताओं और शिष्टमंडल के साथ विभिन्न द्विपक्षीय बैठकें कीं।
राष्ट्रपति मॉरिटानिया की एक दिन की यात्रा पर हैं
मॉरिटानिया की एक दिन की यात्रा में राष्ट्रपति कई कार्यक्रमों में शामिल होंगी। वे मॉरिटानिया के राष्ट्रपति मोहम्मद आउल्द गज़ौआनी और अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। आपको बता दें यह यात्रा ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हो रही है जब मॉरिटानिया अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता संभाल रहा है। मॉरिटानिया के प्रधानमंत्री और विदेशमंत्री के भी राष्ट्रपति मुर्मु से मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा राष्ट्रपति मुर्मु भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत करेंगी। यह यात्रा भारत-मॉरिटानिया द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देगी।
17 से 19 अक्टूबर तक मलावी के दौरे पर रहेंगी
गौरतलब हो, राष्ट्रपति मुर्मु तीन देशों अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की यात्रा पर हैं। मॉरिटानिया से मलावी के राष्ट्रपति डॉ. लाजरस मैकार्थी चकवेरा के निमंत्रण पर राष्ट्रपति मुर्मु 17 से 19 अक्टूबर तक मलावी का दौरा करेंगी। अपनी यात्रा के तीसरे चरण में राष्ट्रपति कल (गुरुवार) मलावी पहुंचेंगी। इन देशों की यात्रा का उद्देश्य अफ्रीकी देशों के साथ भारत के संबंधों को सशक्त करना और विस्तार देना है।
यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु मलावी के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। प्रमुख व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं और भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगी। सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का दौरा करेंगी।
राष्ट्रपति की अल्जीरिया यात्रा ऐतिहासिक रही
भारत के विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति की अल्जीरिया यात्रा ऐतिहासिक रही है। विदेश मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने बताया कि इस दौरे से दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। विदेश सचिव ने बताया कि ब्रिक्स में अल्जीरिया की सदस्यता को लेकर जब कभी भी सम्मेलन में चर्चा होगी तो भारत इसका समर्थन करेगा।
मॉरिटानिया के शाही मकबरे का भी दौरा किया
अल्जीरिया की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्राचीन रोमन शहर टिपासा के पुरातात्विक स्थल पर अल्जीरिया की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की झलक देखी। छठी शताब्दी ईसा पूर्व में बना टिपासा भूमध्यसागरीय तटों पर एक संपन्न सांस्कृतिक और व्यापारिक केंद्र के रूप में कार्य करता था। उन्होंने न्यूमिडियन युग के दौरान निर्मित मॉरिटानिया के शाही मकबरे का भी दौरा किया।