प्रतिक्रिया | Thursday, May 01, 2025

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इंडियन सूफी फाउंडेशन के अध्यक्ष ने वक्फ संशोधन बिल का स्वागत किया, मुसलमानों से की पढ़ने की अपील

इंडियन सूफी फाउंडेशन के अध्यक्ष काशिश वारसी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 का स्वागत किया है। उन्होंने इस बिल को मुस्लिम समुदाय से पढ़ने की अपील की है ताकि वे इसके प्रभाव को समझ सकें।

लोकसभा में इस बिल को लंबी बहस के बाद पास कर दिया गया। हालांकि विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया, जबकि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने इसे पारदर्शिता और वक्फ बोर्डों की कार्यप्रणाली सुधारने वाला बताया।

काशिश वारसी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण से यह साफ हो गया है कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि समाज के गरीब तबके के हित में लाया गया है। उन्होंने कहा, “मैं इस बिल को संसद में पास करने के लिए सरकार को बधाई देता हूं। अमित शाह के बयान से साफ हो गया है कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नहीं है। मैं अपने मुस्लिम भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि वे खुद इस बिल को पढ़ें। कुछ राजनीतिक दल सालों से मुसलमानों को डराने का काम कर रहे हैं, लेकिन अब सच सामने आ रहा है कि असल में कौन उनके साथ है।”

वारसी ने उम्मीद जताई कि यह बिल राज्यसभा में भी पारित हो जाएगा। लोकसभा में यह बिल 288 वोटों के समर्थन और 232 वोटों के विरोध के साथ पास हुआ।

यह बिल 1995 के वक्फ अधिनियम में संशोधन कर वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रशासन और प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए लाया गया है। इसका उद्देश्य मौजूदा कानून की कमियों को दूर करना, पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाना और वक्फ संपत्तियों के रिकॉर्ड को डिजिटल तकनीक से जोड़कर पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है।

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आखरी अपडेट: 1st May 2025