प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बुधवार को पेरिस में 14वें भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संयुक्त रूप से संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत और फ्रांस के बीच व्यापार एवं आर्थिक सहयोग के विस्तार और इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मिले प्रोत्साहन का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने स्थिर राजनीतिक व्यवस्था और पूर्वानुमानित नीतिगत इकोसिस्टम पर आधारित एक पसंदीदा वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में भारत के आकर्षण पर प्रकाश डाला।
बीमा क्षेत्र अब शत-प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए खुला है
हाल के बजट में घोषित सुधारों की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बीमा क्षेत्र अब शत-प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए खुला है और एसएमआर व एएमआर प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए नागरिक परमाणु ऊर्जा क्षेत्र निजी भागीदारी के लिए खुला है, सीमा शुल्क दर संरचना को तर्कसंगत बनाया गया है और जीवनयापन में सुगमता को बढ़ाने हेतु सरलीकृत आयकर संहिता लाई जा रही है।
आर्थिक सुधार रहेंगे जारी
आर्थिक सुधारों को जारी रखने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वास आधारित आर्थिक शासन स्थापित करने के उद्देश्य से नियामक सुधारों के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। इसी भावना के साथ, पिछले कुछ वर्षों में 40,000 से अधिक अनुपालनों को तर्कसंगत बनाया गया है।
पीएम मोदी ने फ्रांसीसी कंपनियों को किया आमंत्रित
पीएमओ के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांसीसी कंपनियों को रक्षा, ऊर्जा, राजमार्ग, नागर विमानन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य सेवा, फिनटेक और सतत विकास के क्षेत्रों में भारत की विकास गाथा द्वारा पेश किए गए अपार अवसरों की ओर देखने के लिए आमंत्रित किया। भारत के कौशल, प्रतिभा एवं नवाचार और इसके द्वारा शुरू किए गए एआई, सेमीकंडक्टर, क्वांटम, क्रिटिकल मिनरल्स और हाइड्रोजन से संबंधित नए मिशनों को वैश्विक स्तर पर सराहना मिली।
भारत के साथ साझेदारी करने को कहा
पीएम मोदी ने उनमें दिखाई गई रुचि को रेखांकित करते हुए फ्रांसीसी उद्यमों से पारस्परिक विकास एवं समृद्धि के लिए भारत के साथ साझेदारी करने का आह्वान किया। इसके अलावा नवाचार, निवेश और प्रौद्योगिकी-संचालित साझेदारी को बढ़ावा देने के प्रति दोनों देशों की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, उन्होंने इन क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भी फोरम को संबोधित किया
फ्रांस के यूरोप एवं विदेश मामलों के मंत्री जीन-नोएल बैरोट और फ्रांस के अर्थव्यवस्था, वित्त तथा औद्योगिक एवं डिजिटल संप्रभुता मंत्री एरिक लोम्बार्ड के साथ-साथ विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भी फोरम को संबोधित किया।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों की गहरी दोस्ती
भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने कल मंगलवार को फ्रांसीसी राष्ट्रपति विमान में पेरिस से मार्सिले तक एक साथ उड़ान भरी। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम और प्रमुख वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
मंगलवार को भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के सभी पहलुओं पर हुई चर्चा
इसके बाद मार्सिले पहुंचने के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। नेताओं ने भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जो पिछले 25 वर्षों में लगातार एक बहुआयामी रिश्ते में विकसित हुई है। वार्ता में भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने रक्षा, नागरिक परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष के रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
पीएम मोदी 12-13 फरवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा करेंगे
गौरतलब है कि पीएम मोदी 10-12 फरवरी तक फ्रांस के दौरे पर हैं। उन्होंने मंगलवार को पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ अल एक्शन शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। इसके बाद, पीएम मोदी 12 से13 फरवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा करेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी प्रशासन के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे।