प्रतिक्रिया | Friday, February 07, 2025

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प्रधानमंत्री मोदी ने वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक डॉ. राजगोपाल चिदंबरम के निधन पर शोक व्यक्त किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक डॉ. राजगोपाल चिदंबरम के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने कहा कि डॉ. राजगोपाल चिदंबरम भारत के परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख वास्तुकारों में से एक थे और उन्होंने भारत की वैज्ञानिक एवं सामरिक क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। चिदंबरम का शनिवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उन्होंने पोखरण-I (1975) और पोखरण-II (1998) के परमाणु परिक्षणों में अहम भूमिका निभाई थी।

पीएम मोदी ने एक्स पर कहा

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा, “डॉ. राजगोपाल चिदंबरम के निधन से बहुत दुःख हुआ। वे भारत के परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख वास्तुकारों में से एक थे और उन्होंने भारत की वैज्ञानिक और सामरिक क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें पूरा देश कृतज्ञता के साथ याद करेगा और उनके प्रयास आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे।”

पोखरण परमाणु परीक्षणों में निभाई थी अहम भूमिका

पोखरण परमाणु परीक्षण में अहम भूमिका निभाने वाले देश के पूर्व प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. राजगोपाल चिदंबरम का शनिवार को निधन हो गया है। उन्होंने 88 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। चिदंबरम ने शनिवार तड़के तीन बजकर 20 मिनट पर मुंबई के जसलोक अस्पताल में अंतिम सांस ली।

चिदंबरम पद्म श्री और पद्म विभूषण से सम्मानित 

चिदंबरम का जन्म 11 नवंबर, 1936 को चेन्नई में हुआ था। उन्हें भारत के परमाणु हथियार कार्यक्रम में अहम भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने पोखरण-I (1975) और पोखरण-II (1998) के परमाणु परीक्षणों में अहम भूमिका निभाई थी। चिदंबरम को साल 1975 और साल 1999 में पद्म श्री और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।पोखरण परमाणु परीक्षणों के मुख्य वास्तुकार ने 1974 में बॉम्बे से पोखरण तक प्लूटोनियम ले जाने वाले सैन्य ट्रक में यात्रा की। इंडिया राइजिंग मेमोयर ऑफ ए साइंटिस्ट में उन्होंने इसका खुलासा किया कि यह कार्यक्रम 1974 और 1998 के बीच गुप्त रखा गया था।

चिदंबरम ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) के निदेशक, परमाणु ऊर्जा आयोग (एईसी) के अध्यक्ष और परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) के सचिव के तौर पर काम किया है। इसके अलावा वह अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष भी रहे थे।

 

 

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आखरी अपडेट: 6th Feb 2025