राष्ट्र आज महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की जयंती मना रहा है, जो ‘पंजाब केसरी’ के नाम से मशहूर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को भारत के स्वतंत्रता संग्राम में लाला लाजपत राय के अपार योगदान को स्वीकार करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने एक्स पर कहा कि मातृभूमि के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव हमेशा श्रद्धापूर्वक याद किया जाएगा। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘लाला लाजपत राय की जयंती पर संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उनका साहसी – देशप्रेमी व्यक्तित्व और कृतित्व सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया, “समस्त देशवासियों की ओर से भारत माता के कर्मठ सपूत पंजाब केसरी लाला लाजपत राय को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। आजादी के आंदोलन के इस महानायक ने विदेशी हुकूमत से लोहा लेते हुए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। मातृभूमि के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव हमेशा श्रद्धापूर्वक याद किया जाएगा।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘पंजाब केसरी’ लाला लाजपत राय की जयंती पर संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा कि लाला जी आजीवन मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध रहे, और राष्ट्र के लिए उन्होंने अपना जीवन न्योछावर कर दिया था। उनका साहसी – देशप्रेमी व्यक्तित्व और कृतित्व सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
28 जनवरी, 1865 को जन्मे लाला लाजपत राय एक प्रमुख नेता, राजनीतिज्ञ और प्रभावशाली समाचार पत्र पंजाब केसरी के संस्थापक बल थे। इस राष्ट्रवादी नेता ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पंजाब केसरी या पंजाब के शेर के नाम से लोकप्रिय, वह ‘लाल बाल पाल’ तिकड़ी के एक प्रमुख सदस्य भी थे, जिसमें बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल शामिल थे।
भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में एक प्रमुख व्यक्ति, 1928 में साइमन कमीशन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते समय ब्रिटिश पुलिस द्वारा क्रूर लाठीचार्ज के दौरान लगी चोटों के बाद उनका जीवन दुखद रूप से समाप्त हो गया। डॉक्टरों का मानना था कि स्कॉट द्वारा किए गए हमले के कारण ही उनकी मौत हुई है। उनकी शहादत ने भारत के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी, जिससे भावी पीढ़ियों को स्वतंत्रता की खोज के लिए प्रेरणा मिली।