प्रतिक्रिया | Sunday, December 22, 2024

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से देहरादून के बीच की यात्रा को कम समय में पूरा करने के साथ-साथ यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए एक अहम परियोजना है। बताना चाहेंगे, इस एक्सप्रेस वे के पहले चरण के उद्घाटन के पश्चात दिल्ली से देहरादून तक सड़क मार्ग से सफ़र सुरक्षित व तीव्र होने के साथ-साथ यात्रियों के लिए काफी राहत भरा होगा। इस एक्सप्रेसवे के पूरे तरह से खुल जाने के बाद यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलने के साथ-साथ समय की बचत होगी। सरकार के इस परियोजना का उद्देश्य यातायात में सुधार लाने के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों के आर्थिक विकास को गति देना है।

एक्सप्रेस वे पर एशिया का सबसे लंबा 12 किमी लंबा एलिवेटेड वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बनेगा

इस एक्सप्रेस वे पर एशिया का सबसे लंबा 12 किमी लंबा एलिवेटेड वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बनेगा। जहां से जंगली जानवरों के दर्शन भी हो सकते हैं। यह कॉरिडोर राजा जी नेशनल पार्क से होकर गुजरेगा। पूरे कॉरिडोर के निर्माण में कई विशेष प्रावधान किए गए हैं। इनमें गणेशपुर से देहरादून तक के मार्ग को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित रखा गया है। इसमें 12 किमी एलिवेटेड रोड, 6 पशु अंडरपास, 2 हाथी अंडरपास, 2 बड़े पुल और 13 छोटे पुल बनाने का प्रावधान है। पूरे एक्सप्रेसवे में 113 वीयूपी (व्हीकल अंडर पास), एलवीयूपी (लाइट व्हीकल अंडर पास), एसवीयूपी (स्मॉल व्हीकल अंडर पास), 5 आरओबी, 4 बड़े पुल और 62 बस शेल्टर बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही 76 किमी सर्विस रोड, 29 किमी एलिवेटेड रोड के अलावा 16 एंट्री-एग्जिट प्वाइंट भी बनाए जा रहे हैं।

दिल्ली-देहरादून के बीच की दूरी सिर्फ 210 किमी रह जाएगी

दिल्ली से सड़क मार्ग से देहरादून जाने में अभी 6.5 घंटे का समय लगता है। लेकिन, इस एक्सप्रेस वे के पूरी तरह से खुलने के बाद दिल्ली-देहरादून के बीच की दूरी सिर्फ 210 किमी रह जाएगी और सफर को पूरा करने में सिर्फ 2.5 घंटे लगेंगे। एक्सप्रेस वे के पहले चरण में मंगलवार को 31.6 किमी की दूरी का उद्घाटन होने वाला है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से शुरू होकर ईस्‍टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। यूपी से इस एक्सप्रेस वे पर जाने वालों को मंडोला के पास एंट्री प्वाइंट दिया गया है।

एक्सप्रेस वे की लंबाई 210 किलोमीटर

इस एक्सप्रेस वे की लंबाई 210 किलोमीटर है, जिसे चार फेज में बनाया जा रहा है। पहले फेज में अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल वे तक (31.6 किमी) किमी। दूसरे फेज में ईस्टर्न पेरिफेरल वे से सहारनपुर बाईपास तक (118 किमी)। तीसरे फेज में सहारनपुर बाईपास से गणेशपुर तक (41.8 किमी) और चौथे फेज में गणेशपुर से आशारोड़ी चौक देहरादून तक (19.785 किमी)। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग 13 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है।

यात्रियों को मिलेंगी तमाम तरह की सुविधाएं

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को तमाम तरह की सुविधाएं मिलेंगी। दिल्ली में एक्सप्रेसवे पर प्रवेश करने और बाहर निकलने वाले यात्रियों को टोल का भुगतान नहीं करना होगा। दावा है कि इस एक्सप्रेस वे से पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। एक्सप्रेसवे पर आपातकालीन सेवाएं, रेस्टोरेंट और पेट्रोल पंप मिलेंगे।

एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान

खास बात यह है कि इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है, यहां हरियाली देखने को मिलेगी। जगह-जगह कैमरे लगाए जाएंगे जो वाहनों की स्पीड पर नजर रखेंगे और तेज रफ्तार वाहनों के ऑनलाइन चालान भेजे जाएंगे।

यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर यातायात को आसान बनाएगा

इसके अलावा, वीडियो इंसीडेंट डिटेक्शन सिस्टम लगाए जाएंगे। यह सिस्टम सड़क दुर्घटना होने पर कंट्रोल रूम को सूचना भेज देंगे, ताकि समय रहते राहत और बचाव का कार्य किए जा सकें। एक्सप्रेसवे पर यात्री जगह-जगह रुकने की जगह, मनोरंजन, जलपान क्षेत्र के साथ इंटरचेंज जैसी सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर यातायात को आसान बनाएगा क्योंकि इसमें जगह-जगह अंडरपास, फ्लाईओवर और सर्विस रोड होंगे।

(इनपुट-आईएनएस)

 

 

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आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024