प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (10 जुलाई, 2024) ऑस्ट्रिया दौरे के दौरान वियना में चांसलर नेहमर के साथ बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा भी हुई। बैठक के बाद पीएम मोदी और चांसलर ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। पीएम मोदी ने कहा, मैं गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्यसत्कार के लिए चांसलर नेहमर का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे खुशी है कि मुझे अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ऑस्ट्रिया आने का अवसर मिला। संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने कहा कि आज मानवता के सामने जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसी चुनौतियों पर हमने विचार साझा किये। हम दोनों आतंकवाद की कठोर निंदा करते हैं। हम सहमत हैं कि ये किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। हम संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य अंतराष्ट्रीय संस्थाओं में रिफॉर्म के लिए सहमत हैं ताकि उन्हें समकालीन और असरदार बनाया जाये। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है, समस्याओं का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। चाहे वह कहीं भी हो, मासूम लोगों के जान की हानि अस्वीकार्य है। भारत और ऑस्ट्रिया संवाद और कूटनीति पर जोर देते हैं और इसके लिए हम साथ मिलकर हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं।
दोनों देशों के संबंधों को स्ट्रैटेजिक दिशा प्रदान की जाएगी
ऑस्ट्रिया के चांसलर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज मेरे और चांसलर नेहमर के बीच बहुत सार्थक बातचीत हुई। हमने आपसी सहयोग को और मज़बूत करने के लिए नई संभावनाओं की पहचान की है। हमने निर्णय लिया है कि संबंधों को स्ट्रैटेजिक दिशा प्रदान की जाएगी। आने वाले दशक के लिए सहयोग का खाका तैयार किया गया है। यह केवल आर्थिक सहयोग और निवेश तक सीमित नहीं है। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, इनोवेशन, नवीकरणीय ऊर्जा, हाइड्रोजन, हाइड्रोजन, जल एवं अपशिष्ट प्रबंधन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम जैसे क्षेत्रों में एक दूसरे के सामर्थ्य को जोड़ने का काम किया जायेगा। दोनों देशों की युवा शक्ति और विचारों को कनेक्ट करने के लिए स्टार्टअप ब्रिज को गति दी जाएगी। मोबिलिटी और माइग्रेशन पार्टनरशिप पर पहले से समझौता हुआ है।
भारत और ऑस्ट्रिया का संवाद और कूटनीति पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि आज मानवता के सामने जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसी चुनौतियों पर भी हमने विचार साझा किये। मैंने और चांसलर नेहमर ने विश्व में चल रहे विवादों, चाहे यूक्रेन में संघर्ष हो या पश्चिम एशिया की स्थिति. सभी पर विस्तार में बात की है। मैंने पहले भी कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है, समस्याओं का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। चाहे वह कहीं भी हो, मासूम लोगों के जान की हानि अस्वीकार्य है। भारत और ऑस्ट्रिया संवाद और कूटनीति पर जोर देते हैं और इसके लिए हम साथ मिलकर हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं।
चांसलर नेहमर को भारत यात्रा करने के लिए किया निमंत्रित
उल्लेखनीय है, आने वाले महीनों में ऑस्ट्रिया में चुनाव होंगे। संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चांसलर नेहमर के प्रति उनकी मित्रता के लिए आभार प्रकट किया और भारत यात्रा करने के लिए निमंत्रित किया।