प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को चंडीगढ़ के विशेष दौरे पर हैं, जहां वह दोपहर 12 बजे देश को 3 नए आपराधिक कानूनों के सफल कार्यान्वयन को समर्पित करेंगे। ये नए कानून न्याय प्रणाली में सुधार और आधुनिकता लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम हैं। ये तीन परिवर्तनकारी नए आपराधिक कानून – भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम हैं।
तीनों कानूनों की संकल्पना प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से प्रेरित
इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि तीनों कानूनों की संकल्पना प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से प्रेरित थी, जिसमें औपनिवेशिक काल के कानूनों को हटाना था, जो स्वतंत्रता के बाद भी अस्तित्व में रहे तथा दंड से न्याय पर ध्यान केंद्रित करके न्यायिक प्रणाली को बदलना था। इसे ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का विषय सुरक्षित समाज, विकसित भारत- दंड से न्याय तक है।
न्यायिक सुधार की प्रतिबद्धता को करता है और मजबूत
इस वर्ष 1 जुलाई को देश भर में लागू किए गए नए आपराधिक कानूनों से नागरिकों को तेज, पारदर्शी और प्रभावी न्याय दिलाना है। प्रधानमंत्री का यह दौरा न्यायिक सुधार की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है। चंडीगढ़ में इस अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसमें देशभर के गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रहेगी।
भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक
गौरतलब हो यह ऐतिहासिक सुधार भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक हैं, जो साइबर अपराध, संगठित अपराध जैसी आधुनिक चुनौतियों से निपटने और विभिन्न अपराधों के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए नए ढांचे लाते हैं।
कार्यक्रम का विषय
कार्यक्रम का विषय है “सुरक्षित समाज, विकसित भारत: दंड से न्याय तक।” कार्यक्रम इन कानूनों के व्यावहारिक अनुप्रयोग को प्रदर्शित करेगा, यह दर्शाता है कि कैसे वे पहले से ही आपराधिक न्याय परिदृश्य को नया रूप दे रहे हैं। इसके अलावा एक लाइव प्रदर्शन भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें अपराध स्थल की जांच का अनुकरण किया जाएगा, जहां नए कानूनों को अमल में लाया जाएगा।