कोलकाता के आर.जी. कर अस्पताल में पिछले महीने एक महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में एक बार फिर रात भर विरोध प्रदर्शन चला है। रविवार (1 सितंबर) को हजारों लोगों ने एक विशाल रैली में हिस्सा लिया। इस रैली में फिल्म निर्देशक अपर्णा सेन, बंगाली फिल्म उद्योग की प्रमुख हस्तियां और कार्यकर्ता शामिल हुए।
रैली के अंत में प्रतिभागी शहर के व्यस्त एस्प्लेनेड इलाके में बैठ गए और घोषणा की कि वे सोमवार सुबह चार बजे तक वहां रहेंगे, ताकि सरकार पर इस जघन्य अपराध की तेजी से जांच करने और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाया जा सके। उसी के मुताबिक प्रदर्शनकारी सारी रात बैठे रहे हैं।
प्रदर्शन के दौरान आधी रात के बाद भी वातावरण में क्रांतिकारी गीतों जैसे “करार ओई लौहो कपाट” और “वी शैल ओवरकम” की गूंज सुनाई दे रही थी।
अभिनेत्री देबलीना मुखर्जी ने कहा कि हर गुजरते दिन के साथ न्याय के लिए यह आंदोलन और भी तेज़ होता जाएगा जब तक कि आरजी कर अस्पताल में हुए इस भयानक घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को सजा नहीं मिल जाती। हम समझते हैं कि कोर्ट और सीबीआई के माध्यम से एक कानूनी प्रक्रिया चल रही है, लेकिन हम तब तक इंतजार करेंगे जब तक कि यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती।
रविवार रात का यह प्रदर्शन 14 अगस्त को हुए ‘वूमेन रिक्लेम द नाइट’ कार्यक्रम की याद दिलाता है, जब डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की गई थी।
रैली के अलावा, शहर के अन्य इलाकों में भी दो अन्य रैलियां आयोजित की गईं। इनमें से एक रामकृष्ण मिशन द्वारा संचालित शैक्षणिक संस्थानों के पूर्व छात्रों द्वारा आयोजित की गई थी, जबकि दूसरी रैली एक प्रसिद्ध कॉन्वेंट स्कूल के छात्रों और पूर्व छात्रों द्वारा आयोजित की गई, जो सभी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे थे।
रविवार दोपहर को कॉलेज स्क्वायर से शुरू हुई इस मेगा रैली में अपर्णा सेन, स्वस्तिका मुखर्जी, सुदीप्त चक्रवर्ती, चैताली घोषाल, सोहिनी सरकार जैसी हस्तियां बांग्ला फिल्म और रंगमंच के कलाकारों के साथ शामिल हुईं।
अभिनेत्री स्वस्तिका मुखर्जी ने कहा, “हमें पता है कि सीबीआई मामले की जांच कर रही है, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक्टर की मौत के बाद कुछ विवरणों को दबाने की कोशिश की जा सकती है। हमें जवाब चाहिए।”