प्रतिक्रिया | Monday, November 25, 2024

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प्रतिपक्ष के नेता के आरोपों पर रेल मंत्री ने दिया जवाब, बताया ट्रेन ड्राइवर को मिलती हैं क्या-क्या सुविधाएं

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय रेल के लोको पायलट को मिलने वाली सभी सुविधाओं को विस्तार से गिनाते हुए प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी के आरोपों का करारा जवाब दिया है। ज्ञात हो, बीते दिनों प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोको पायलट से मुलाकात करके सरकार को घेरने की कोशिश की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि लोको पायलट को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिलती हैं। बताना चाहेंगे इससे पहले भी भारतीय रेलवे की ओर से राहुल गांधी के आरोपों पर जवाब दिया जा चुका है।

लोको पायलट को मिलने वाली सुविधाओं को नगण्य बता कर सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश

उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल में लोको पायलट यानी ट्रेन ड्राइवर मुसाफिरों को सुरक्षित अपने गंतव्य तक ले जाने में अहम भूमिका अदा करते हैं। ऐसे में लोको पायलट को भारतीय रेल की रीढ़ भी कहा जाता है। लेकिन पिछले दिनों लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोको पायलट को मिलने वाली सुविधाओं को नगण्य बता कर सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश की थी।

विपक्ष के नेता राहुल गांधी के इस बयान पर सियासत गर्म

राहुल गांधी के बयान पर सियासत अब गर्मा गई है और रेलवे मंत्रालय और उत्तर रेलवे के बाद अब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद मोर्चा संभाला है और बाकायदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आकर लोको पायलट को मिलने वाली सुविधाओं का जहां जिक्र किया है वहीं ये भी कहा कि लोको पायलट रेलवे के सदस्य हैं।

https://x.com/AshwiniVaishnaw/status/1810926844163793371

रेल मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिया करारा जवाब

रेल मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर ये बताया है कि वर्ष 2014 से पहले लोको पायलट के रनिंग रूम की हालत बहुत खराब थी। लोको पायलट की ड्यूटी के बाद उन्हें पर्याप्त विश्राम प्रदान किया जाता है। पिछले कुछ एक वर्षों में बड़ी भर्ती प्रक्रिया को अंजाम दिया गया और 34 हजार रनिंग स्टाफ की भर्ती की गई और वर्तमान में 18 हजार रनिंग स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया चल रही है।

2014 से 2024 तक ट्रेन ड्राइवर को मिलने वाली सुविधाओं को गिनाया विस्तार से

2004 से 2014 तक लोको पायलट को मिलने वाली सुविधाएं नगण्य थीं लेकिन 2014 से 2024 तक मिलने वाली सुविधाओं पर एक नजर डालें तो वातानुकूलित विश्राम कक्ष की संख्या 558 तक जा पहुंची है तो वहीं इंजन के अंदर वातानुकूलित केबिन की संख्या 7075 है, जबकि इंजन के अंदर टॉयलेट की संख्या 815 है।

इससे पहले लोको पायलट कह चुके हैं कि उन्हें भारतीय रेलवे के द्वारा तमाम तरह की अत्याधुनिक सुविधा मिल रही है जो विपक्ष के नेता के दावों को पोल खोलते हैं। यही नहीं, भारतीय रेलवे लोको पायलट को कैंटीन समेत अनेक अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करा रहा है जो भारतीय रेल की संवेदनशीलता को दर्शाता है। 

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आखरी अपडेट: 25th Nov 2024