कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 33वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली में वीर भूमि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 33वीं पुण्यतिथि पर वीर भूमि पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 33वीं पुण्यतिथि पर वीर भूमि पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी की पुण्य तिथि पर उन्हें मेरी श्रद्धांजलि।”
आज (मंगलवार) भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्य तिथि हैं। दिल्ली में उनकी समाधि वीर भूमि पर हर साल उनका परिवार, कांग्रेस और विपक्ष के वरिष्ठ नेता उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उल्लेखनीय है, 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे और संभवतः दुनिया के उन युवा राजनेताओं में से एक हैं जिन्होंने सरकार का नेतृत्व किया है।
दिल्ली में आज उनकी समाधि वीर भूमि में पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री राजीव गांधी को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने उनकी 33वीं पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम और सचिन पायलट ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 33वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली में वीर भूमि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। दिवंगत राजीव गांधी के बच्चे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी दिल्ली में अपने पिता को श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले कांग्रेस नेता और राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक भावुक करने वाली पोस्ट में लिखा, पापा, आपके सपने, मेरे सपने, आपकी आकांक्षाएं, मेरी ज़िम्मेदारियां। आपकी यादें, आज और हमेशा, दिल में सदा।
वहीं दूसरी ओर भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा, “हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी की पुण्य तिथि पर उन्हें मेरी श्रद्धांजलि।”
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बम्बई में हुआ था। राजीव गांधी ने अपना बचपन अपने दादा के साथ तीन मूर्ति हाउस में बिताया। वे कुछ समय के लिए देहरादून के वेल्हम स्कूल गए लेकिन जल्द ही उन्हें हिमालय की तलहटी में स्थित आवासीय दून स्कूल में भेज दिया गया। वहां उनके कई मित्र बने जिनके साथ उनकी आजीवन दोस्ती बनी रही। स्कूल से निकलने के बाद श्री गाँधी कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज गए लेकिन जल्द ही वे वहां से हटकर लन्दन के इम्पीरियल कॉलेज चले गए। उन्होंने वहां से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। हवाई उड़ान उनका सबसे बड़ा जुनून था। अपेक्षानुसार इंग्लैंड से घर लौटने के बाद उन्होंने दिल्ली फ्लाइंग क्लब की प्रवेश परीक्षा पास की एवं वाणिज्यिक पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया। जल्द ही वे घरेलू राष्ट्रीय जहाज कंपनी इंडियन एयरलाइंस के पायलट बन गए।
वर्ष 31 अक्टूबर 1984 को अपनी मां की क्रूर हत्या के बाद वे कांग्रेस अध्यक्ष एवं देश के प्रधानमंत्री बने थे। लेकिन व्यक्तिगत रूप से इतने दु:खी होने के बावजूद उन्होंने संतुलन, मर्यादा एवं संयम के साथ राष्ट्रीय जिम्मेदारी का अच्छे से निर्वहन किया।
राजीव गांधी की मौत तमिलनाडु में प्रचार के दौरान 1991 में एक बम विस्फोट में हुई थी। 32 साल पहले पहले 21 मई को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में उनकी हत्या की गई थी। आतंकी संगठन लिट्टे की एक महिला ने राजीव गांधी की हत्या की थी। राजीव गांधी की जब हत्या हुई, तब उनकी उम्र 46 साल थी। श्रीपेरंबुदूर में एक चुनावी रैली के दौरान महिला ने राजीव गांधी के पैर छुए और उसके बाद छिपाकर लाई आरडीएक्स से विस्फोट कर दिया। हत्या करने वाले की पहचान श्रीलंका के जाफना के थेनमोझी राजरत्नम उर्फ धनु के रूप में हुई।