प्रसिद्ध उद्योगपति और समाज सेवक, टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा को सोमवार को प्रतिष्ठित “KISS” मानवतावादी सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया। मुंबई में उनके निजी आवास पर आयोजित समारोह में उन्हें कीट-कीस-कीम्स के संस्थापक एवं कंधमाल लोकसभा सांसद महान शिक्षाविद प्रो.अच्युत सामंत द्वारा सम्मानित किया गया।
इस समारोह में टाटा समूह के अध्यक्ष एन.चंद्रशेखरन और तीन बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिकी केज सहित अन्य लोग उपस्थित थे। यह पुरस्कार KIIT और KISS के संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत द्वारा प्रदान किया गया। स्वास्थ्य कारणों से, टाटा सार्वजनिक उपस्थिति से बच रहे हैं, जिसके कारण उनके घर पर समारोह की निजी व्यवस्था की गई।
आमतौर पर प्रशंसा स्वीकार करने में संकोच करने वाले रतन टाटा, KISS मानवतावादी सम्मान के महत्व को पहचानते हुए, डॉ. अच्युत सामंत के व्यक्तिगत अनुरोध के बाद इस पुरस्कार को स्वीकार करने के लिए सहमत हुए। इस पुरस्कार की घोषणा 2021 में की गई थी, लेकिन तब COVID महामारी के कारण रतन टाटा यह पुरस्कार प्राप्त करने में असमर्थ थे।
अपनी स्वीकृति में टाटा ने KISS और इसके संस्थापक डॉ. सामंत के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा “मैं यह सम्मान पाकर बेहद खुश हूं। यह मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण है”।
डॉ. सामंत ने कहा, “रतन टाटा भारत में एक सम्मानित नाम है, और वह वास्तव में एक अच्छे इंसान हैं। आज उन्हें सम्मानित करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। रतन टाटा के सामाजिक कार्य और नेतृत्व ने मुझे बचपन से ही प्रभावित किया है। मेरे पिता टाटा कंपनी के कर्मचारी थे। तब से, मैं रतन टाटा का सम्मान करता हूं और उन्हें पसंद करता हूं । जब मैं सिर्फ चार साल का था, मेरे पिता की एक ट्रेन दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।”
2008 में डॉ. अच्युत सामंत द्वारा शुरू किया गया, KISS मानवतावादी सम्मान KIIT और KISS का सर्वोच्च सम्मान है जो दुनिया भर में मानवीय कार्यों की भावना को मूर्त रूप देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को मान्यता देने के लिए समर्पित है। इस प्रतिष्ठित सम्मान के पिछले प्राप्तकर्ताओं में वैश्विक नेताओं का एक विविध समूह, नोबेल पुरस्कार विजेता और विभिन्न क्षेत्रों के उल्लेखनीय व्यक्ति शामिल हैं, जो इस पुरस्कार की व्यापक अंतरराष्ट्रीय अपील और सम्मान को प्रदर्शित करते हैं। इस अवसर पर KISS के लगभग 40,000 छात्रों ने रतन टाटा के स्वस्थ, लंबे और रोग मुक्त जीवन की कामना की।