देश में सकल घरेलू उत्पाद (सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ में तेजी देखने को मिल रही है, जबकि महंगाई दर में कमी आई है। विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के उच्चतम स्तर पर है। आरबीआई दुर्लभ संसाधनों के आवंटनकर्ता से बाजार अर्थव्यवस्था को सक्षम बनाने वाला बन गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को मुंबई में आयोजित आरबीआई के 90वें स्थापना दिवस के मौके पर यह बात कही।
केंद्रीय बैंक का प्रयास अगले दशक में एक स्थिर और मजबूत वित्तीय प्रणाली प्रदान करना
रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक का प्रयास अगले दशक में एक स्थिर और मजबूत वित्तीय प्रणाली प्रदान करना होगा, जो देश की आर्थिक प्रगति के लिए आधार के तौर पर काम करेगी।
भारतीय अर्थव्यवस्था में देखने को मिल रही है तेजी
आरबीआई गवर्नर ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्विक स्तर पर अन्य देशों के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बावजूद सुव्यवस्थित और समन्वित मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों ने भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक चुनौतियों से बचाने में मदद की है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के उच्चतम स्तर पर है।
उल्लेखनीय है कि आरबीआई के 01 अप्रैल को 90वें स्थापना दिवस पर मुंबई में आयोजित इस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। भारत के केंद्रीय बैंक के तौर पर आरबीआई की स्थापना 1935 में हुई थी। इसका एक जनवरी 1949 को राष्ट्रीयकरण किया गया था।
(इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)