प्रतिक्रिया | Wednesday, January 22, 2025

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आर्थिक जगत से एक महत्वपूर्ण खबर आई है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। फिलहाल रेपो रेट 6.50 फीसदी पर अपरिवर्तित रखी गई है। एमपीसी के 6 में से 4 सदस्य बदलाव के पक्ष में नहीं रहे। 

फरवरी 2023 से रेपो रेट 6.50 फीसदी पर यथावत 

बताना चाहेंगे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने लगातार आठवीं बार प्रमुख नीतिगत ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर ही यथावत रखा है। रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होने से लोन महंगे नहीं होंगे और आपकी ईएमआई भी नहीं बढ़ेगी। 

मंहगाई और ग्रोथ के बीच संतुलन बनाने पर दिया जोर 

मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा कि खाद्य महंगाई में तेजी बनी रह सकती है। आरबीआई ने मंहगाई और ग्रोथ के बीच संतुलन बनाने पर भी जोर दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि निवेश की रफ्तार में तेजी देखने को मिली है। 

वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 प्रतिशत रहने का लगाया अनुमान

इसी के साथ आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। इस वित्त वर्ष में आरबीआई ने भारत का प्रदर्शन बेहतरीन रहने की उम्मीद जताई है। 

चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी मौद्रिक समीक्षा बैठक

ज्ञात हो, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक 5 जून को मुंबई में शुरू हुई थी। ये चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी मौद्रिक समीक्षा बैठक है। 

प्रत्येक दो महीने में एक बार होती है आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक

आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक प्रत्येक दो महीने में एक बार होती है। रिजर्व बैंक ने इससे पहले अप्रैल, 2024 में हुई एमपीसी की बैठक में ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2022-23 की फरवरी में आखिरी एमपीसी की बैठक में प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट को 6.25 फीसदी से बढ़ाकर 6.50 फीसदी किया था। 

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आखरी अपडेट: 22nd Jan 2025