महंगाई के माेर्चे पर आम लोगों को थोड़ी राहत देने वाली खबर है। अगस्त में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर मामूली बढ़कर 3.65 फीसदी रही है। जुलाई महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.54 फीसदी पर आ गई थी, जो 59 महीने का निचला स्तर था। इससे पिछले वित्त वर्ष की अगस्त महीने में यह 6.83 फीसदी थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि सब्जियों के महंगे होने से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर अगस्त में मामूली बढ़कर 3.65 फीसदी रही है। हालांकि, यह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के चार फीसदी के लक्ष्य के दायरे में है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) आंकड़ों के मुताबिक जुलाई, 2024 में यह 3.6 फीसदी थी, जबकि बीते वर्ष के अगस्त में यह 6.83 फीसदी थी। इसके बावजूद यह पिछले पांच साल में दूसरी सबसे कम दर है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मुताबिक खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अगस्त महीने में मामूली बढ़कर 5.66 फीसदी रही है, जो जुलाई महीने में 5.42 फीसदी थी। वहीं, शहरी महंगाई भी महीने-दर-महीने के आधार पर 2.98 फीसदी से बढ़कर 3.14 फीसदी हो गई है, जबकि ग्रामीण महंगाई 4.10 फीसदी से उछलकर 4.16 फीसदी पर पहुंच गई है।