प्रतिक्रिया | Sunday, April 27, 2025

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एसबीआई ने 2055 में अपने शताब्दी वर्ष के लिए नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य किया निर्धारित 

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने शताब्दी वर्ष 2055 तक उत्सर्जन में नेट जीरो होने का लक्ष्य रखा है। एसबीआई के चेयरमैन चल्ला श्रीनिवासुलु सेट्टी ने हाल ही में यह जानकारी दी। सेट्टी ने यह घोषणा ‘एसबीआई ग्रीन मैराथन सीजन 5’ कार्यक्रम में की, जिसे उन्होंने 5 किमी, 10 किमी और 21 किमी कैटेगरी में भाग लेने वाले 10,000 से ज्यादा रनर्स-कम ग्रीन इंडिया एम्बेसडर के साथ हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

2018 में अपनी स्थापना के बाद से, एसबीआई ग्रीन मैराथन भारत के ‘मिशन लाइफ : पर्यावरण के लिए जीवन शैली’ के प्रति बैंक के ठोस समर्पण का प्रतीक बन गया है। यह बैंक की एक स्थायी भविष्य के लिए इसकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दिखाता है।

कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने अलग-अलग दौड़ की कैटेगरी में बेहतरीन प्रदर्शन किया

इस रोमांचक कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने अलग-अलग दौड़ की कैटेगरी में बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसमें शीर्ष प्रदर्शन करने वालों को 21 किमी की दौड़ में 15,000 रुपये, 10,000 रुपये और 7,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। इसी तरह 10 किमी की दौड़ में 10,000 रुपये, 7,000 रुपये और 5,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।

मैराथन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को किया गया प्रोत्साहित 

एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल मैराथन एंड डिस्टेंस रेस द्वारा मैराथन के प्रमाणन ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया, जिससे उन्हें मैराथन समुदाय के भीतर वैश्विक मान्यता मिली। सभी प्रतिभागियों को और अधिक प्रेरित करने के लिए, इस कार्यक्रम में दिग्गज धावक विनोद कुमार शर्मा, बरुन कुमार, विशाक कृष्णस्वामी, आशीष आर्य मौजूद थे। 

भारतीय सेनाओं की भागीदारी बना आकर्षण का केंद्र 

इसके अलावा, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना की भागीदारी इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण थी। मुंबई और जयपुर के बाद, एसबीआई ग्रीन मैराथन 2 मार्च को भोपाल और 9 मार्च, 2025 को दिल्ली में समाप्त होगी। 12 शहरों में अपने सीजन 5 की यात्रा के हिस्से के रूप में, एसबीआई ग्रीन मैराथन पहले ही विशाखापत्तनम, लखनऊ, चंडीगढ़, अहमदाबाद, पुणे, गुवाहाटी, भुवनेश्वर और पटना में आयोजित की जा चुकी है। कंपनी के बयान के अनुसार, एसबीआई ग्रीन मैराथन हरित और अधिक सस्टेनेबल भारत के लिए बैंक की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एसबीआई संपत्ति, जमा, शाखाओं, ग्राहकों और कर्मचारियों के मामले में देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक है।

एसबीआई देश का सबसे बड़ा बंधक ऋणदाता भी है

यह देश का सबसे बड़ा बंधक ऋणदाता भी है, जिसने अब तक 30 लाख से अधिक भारतीय परिवारों के घर खरीदने के सपने को पूरा किया है। बैंक का होम लोन पोर्टफोलियो 6.93 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। दिसंबर 2023 तक बैंक के पास 47.62 लाख करोड़ रुपये से अधिक का जमा आधार है, जिसका सीएएसए अनुपात 41.18 प्रतिशत है और 35.84 लाख करोड़ रुपये से अधिक का एडवांस है। एसबीआई के पास होम लोन और ऑटो लोन में क्रमशः 26.5 प्रतिशत और 19.5 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी है।

भारत में इसकी 22,400 से अधिक शाखाओं और 65,000 से अधिक एटीएम/एडीडब्ल्यूएम का सबसे बड़ा नेटवर्क है, जिसमें 81,000 से अधिक बीसी आउटलेट हैं। इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या क्रमशः 125 मिलियन और 133 मिलियन है। (इनपुट-आईएएनएस)

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आखरी अपडेट: 27th Apr 2025