प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सोमवार को गांदरबल जिले में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सोनमर्ग सुरंग का उद्घाटन करने के लिए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। इसे लेकर व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा टीम के एसपीजी कमाडों ने कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा का जिम्मा पहले ही संभाल लिया है।
कड़ी सुरक्षा के किए गए इंतजाम
पीएम मोदी अब से कुछ देर बाद सोनमर्ग सुरंग का दौरा करेंगे और इसका उद्घाटन करेंगे। बताना चाहेंगे, जम्मू-कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना सोमवार के उद्घाटन के लिए सुरक्षा तंत्र का हिस्सा बनी हैं। कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए व्यापक क्षेत्र तलाशी और गश्त की जा रही है।
संवेदनशील बिंदुओं पर शार्पशूटर तैनात
संवेदनशील बिंदुओं पर शार्पशूटरों को तैनात किया गया है, जबकि ड्रोन के माध्यम से हवाई और तकनीकी निगरानी भी की जा रही है। इलाके पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही है। “जेड-मोड़ सुरंग के पास खासतौर से सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और एसपीजी कर्मियों वाली पीएम की सुरक्षा टीम ने कार्यक्रम स्थल को अपने नियंत्रण में ले लिया है।
₹2,700 करोड़ की लागत से निर्मित है सोनमर्ग सुरंग
उल्लेखनीय है कि श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर ₹2,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित, रणनीतिक 6.5 किलोमीटर लंबी जेड-मोड़ सुरंग यानि सोनमर्ग सुरंग से लद्दाख क्षेत्र में पूरे साल सड़क मार्ग से अधिक सुलभ होने की उम्मीद है।
परियोजना का वास्तविक निर्माण का कार्य वर्ष 2015 में शुरू हुआ जो कि पिछले साल पूरा हुआ है, फरवरी 2024 में इसका सॉफ्ट ओपनिंग किया गया था। यह सुरंग चीन सीमा के करीब लद्दाख क्षेत्र में देश की रक्षा जरूरतों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। यह केंद्र शासित प्रदेश को देश के बाकी हिस्सों से भी जोड़ती है।
सुरंग की विशेषता
जेड-मोड़ सुरंग की विशेषताएं जेड-मोड़ या सोनमर्ग सुरंग 8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और 12 किलोमीटर लंबी है। जेड-मोड़ सुरंग दो लेन की सड़क सुरंग है, जिसमें आपात स्थिति के लिए समानांतर 7.5 मीटर चौड़ा निकास मार्ग है। इससे लेह के रास्ते में श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच हर मौसम में संपर्क बढ़ने की उम्मीद है, भूस्खलन और हिमस्खलन मार्गों को दरकिनार करते हुए रणनीतिक रूप से यह महत्वपूर्ण लद्दाख क्षेत्र में सुरक्षित और निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करेगी।
केवल इतना ही नहीं, निर्माणाधीन जोजिला सुरंग के साथ-साथ जेड-मोड़ सुरंग नागरिकों के अलावा सैन्य यातायात के लिए बालटाल और लद्दाख क्षेत्रों से निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करेगी। सुरंग से पर्यटन को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है। यह सोनमर्ग को साल भर के गंतव्य में बदल देगी, जिससे सर्दियों में पर्यटन, साहसिक खेल और स्थानीय आजीविका को बढ़ावा मिलेगा।
2028 तक जोजिला सुरंग के पूरा होने के बाद, दोनों सुरंगों से मार्ग की लंबाई 49 किमी से घटकर 43 किमी होने की उम्मीद है और वाहनों की गति 30 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे हो जाएगी, जिससे श्रीनगर और लद्दाख के बीच निर्बाध एनएच-1 कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी।