चुनाव आयोग ने आम चुनावों के दौरान देश में अबतक 4650 करोड़ रुपये की जब्ती की है। यह 75 साल के चुनावी इतिहास में अबतक की सबसे बड़ी जब्ती है। आयोग का कहना है कि आगे भी ऐसी ही तेज गति से कार्रवाई जारी रहेगी।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार अबतक 395.39 करोड़ रुपये नकद, 489.31 करोड़ रुपये की शराब, 2068.85 करोड़ रुपये की ड्रग्स, 562.10 करोड़ रुपये का सोना, 1142.49 करोड़ की मुफ्त सामग्री जब्त की है। पिछले आम चुनाव के मुकाबले इस बार ड्रग्स और मुफ्त सामग्री में अधिक जब्ती हुई है। यह 2019 में पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान जब्त किए गए 3475 करोड़ रुपये से अधिक की तीव्र वृद्धि दर्शाता है। यह बरामदगी लोकसभा चुनाव को प्रलोभन और चुनावी कदाचार से मुक्त कराने और समान अवसर सुनिश्चित करने के आयोग के संकल्प का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
बता दें कि 12 अप्रैल को, मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग ने ईसी ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के चरण -1 में तैनात सभी केंद्रीय पर्यवेक्षकों की समीक्षा की थी। जिसमें, विचार-विमर्श का फोकस प्रलोभन-मुक्त चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सख्ती, निगरानी और जांच था।
निर्वाचन आयोग की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए शुक्रवार को पहले चरण का मतदान शुरू होने से पहले ही प्रवर्तन एजेंसियों ने धनबल के खिलाफ ईसीआई की दृढ़ लड़ाई में 4650 करोड़ रुपये से अधिक की रिकॉर्ड जब्ती की है। पूरे 2019 के चुनावों के दौरान 3475 करोड़ रुपये की जब्ती की गई थी। 45 प्रतिशत जब्ती ड्रग्स और नशीले पदार्थों की है, जिन पर आयोग का विशेष ध्यान है।