वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 मई (मंगलवार) को वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार पार्टी उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वाराणसी सीट पर सातवें एवं अंतिम चरण में आगामी 1 जून को मतदान होगा।
2014 और 2019 दोनों लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी यहाँ से जीत कर चुके हैं हासिल
गौरतलब हो, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रतिनिधित्व करने वाले पीएम मोदी वर्तमान में वाराणसी से सांसद हैं। उन्होंने 2014 और 2019 दोनों लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की। इस बार उनके दावेदारों में कांग्रेस पार्टी से अजय राय और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) से अतहर अली लारी शामिल हैं।
नामांकन से पूर्व इस बार भी पूजा-अर्चना कर मांगा जीत का आशीर्वाद
प्रधानमंत्री मोदी ने पुष्य नक्षत्र में कलेक्ट्रेट परिसर में जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन से पहले पीएम मोदी ने वाराणसी में गंगा के तट पर स्थित दशाश्वमेध घाट का दौरा किया, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना कर जीत का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके साथ मौजूद रहे। तत्पश्चात पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर के भी दर्शन किए।
इस बार ये बनें पीएम मोदी के प्रस्तावक
बताना चाहेंगे प्रधानमंत्री के नामांकन के दौरान वाराणसी कलेक्ट्रेट में प्रस्तावक के तौर पर पंडित गणेश्वर शास्त्री उनके साथ मौजूद रहे। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था। उनके अलावा बैजनाथ पटेल भी प्रस्तावक के तौर पर वहां मौजूद रहे। बैजनाथ पटेल आरएसएस के पुराने स्वयंसेवक हैं।
फाइव लेयर सिक्योरिटी में नामांकन करने पहुंचे थे पीएम
पीएम मोदी के नामांकन को देखते हुए कलेक्ट्रेट परिसर और आसपास की सुरक्षा की अभेद्य किलेबंदी की गई थी। सुरक्षा की कमान एसपीजी टीम ने संभाली। प्रधानमंत्री फाइव लेयर सिक्योरिटी में नामांकन स्थल तक पहुंचे थे। रोड-शो से लेकर नामांकन तक पांच एजेंसियां सुरक्षा व्यवस्था के मोर्चे पर तैनात रही जिनमें एसपीजी, एनएसजी, स्नाइपर, पुलिस और पीएसी के जवान शामिल हैं। इसी तरह दशाश्वमेध घाट, काल भैरव मंदिर, चौराहे, नमो घाट समेत कलक्ट्रेट के चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती की गई थी।