राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी इंडिया ने बुधवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी), नई दिल्ली में “एक साथ मिलकर स्वच्छ खेल इकोसिस्टम का निर्माण” पर एक सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) के एशिया/ओशिनिया कार्यालय की निदेशक डॉ. मयूमी याया यामामोटो ने इस वर्ष के वैश्विक प्ले ट्रू अभियान में नाडा इंडिया और राष्ट्रीय हितधारकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ‘इट स्टार्ट्स विद मी’ अभियान के महत्व को रेखांकित करने पर जोर दिया और कहा कि स्वच्छ खेल इकोसिस्टम बनाने के लिए आवश्यक साझा जिम्मेदारी और एकता की जरूरत है।
वहीं, उद्घाटन सत्र में खेल विभाग की सचिव सुजाता चतुर्वेदी ने इस बात पर जोर दिया कि चूंकि भारत 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी के लिए बोली लगा रहा है, इसलिए हमें निष्पक्षता, अखंडता और स्वच्छ खेल को सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत डोपिंग रोधी प्रणाली के साथ अपनी खेल महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाना चाहिए।
प्ले ट्रू वीक 2025 के हिस्से के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत में स्वच्छ, निष्पक्ष और मूल्य-आधारित खेल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हितधारकों के एक व्यापक समूह को एक साथ लाया गया।
इसके अलावा, सम्मेलन में एंटी-डोपिंग नीति, शिक्षा और परीक्षण को बढ़ावा देने तथा एथलीट अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरुकता बढ़ाने, विशेष रूप से चिकित्सीय उपयोग छूट (टीयूई) के संदर्भ में महत्वपूर्ण विषयों पर पैनल चर्चाएं हुईं।
राष्ट्रीय खेल महासंघों, चिकित्सा संस्थानों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के विशेषज्ञों ने भारत की एंटी-डोपिंग प्रणाली को मजबूत करने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और कार्रवाई योग्य रणनीतियां साझा कीं।