देश की राजधानी नई दिल्ली के वायु प्रदूषण में पिछले कुछ दिनों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद मामूली गिरावट देखने को मिला। आज रविवार को यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 335 दर्ज किया गया। हालांकि यह अभी भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बरकरार है। केंद्रीय नियंत्रण एवं प्रदूषण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक राजधानी दिल्ली में आज रविवार सुबह 7:30 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 335 दर्ज किया गया। गौरतलब है कि दिवाली से लगातार 350 के आस-पास या इससे ऊपर रहने के बाद एक्यूआई में पहली बार गिरावट देखने को मिला है। दिल्ली एनसीआर के शहर फरीदाबाद में 166, गुरुग्राम में 240, गाजियाबाद में 226, ग्रेटर नोएडा में 250, नोएडा में 206 एक्यूआई दर्ज किया गया।
राजधानी दिल्ली के अधिकांश इलाको में एक्यूआई 300 से 400 के बीच में दर्ज किया, जिसमें अलीपुर में 356, आनंद विहार में 351, अशोक विहार में 353, आया नगर में 343, बवाना में 383, बुराड़ी क्रॉसिंग में 331, मथुरा रोड में 323, डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 348, डीटीयू में 311, द्वारका सेक्टर 8 में 341, आईजीआई एयरपोर्ट में 326 और आईटीओ में 328 एक्यूआई दर्ज किया गया।
इसके अलावा जहांगीरपुरी में 370, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 323, लोधी रोड में 307, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 357, मंदिर मार्ग में 387, मुंडका में 358,नजफगढ़ में 341, नरेला में 356, नेहरू नगर में 363, नॉर्थ कैंप में 328, एनएसआईटी द्वारका में 333, ओखला फेस टू में 339, पटपड़गंज में 345, पंजाबी बाग में 352, पुषा में 332, डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 368, रोहिणी में 366, शादीपुर में 342, सिरी फोर्ट में 345, विवेक विहार में 354 और वजीरपुर में 366 एक्यूआई बना हुआ है।
बता दें कि केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड द्वारा एक्यूआई के वर्गीकरण के अनुसार 0 से 50 को अच्छा, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 को मध्यम, 201 से 300 को खराब और 301 से 400 को बहुत खराब की श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा 401 से 500 को गंभीर और 450 से अधिक एक्यूआई होने पर गंभीर प्लस की श्रेणी में रखा गया है।
सीएक्यूएम ने की समीक्षा बैठक, प्रदूषण कम करने के उपायों पर दिए निर्देश
इससे पहले कमिशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने रिव्यू मीटिंग में ग्रैप के तहत उठाए गए कदमों की समीक्षा की। इस मीटिंग में दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी समेत अन्य विभागों जैसे पर्यावरण, ट्रांसपोर्ट और एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। मीटिंग में एजेंसियों को साफ कहा गया कि ग्रैप के सभी नियमों का सख्ती के साथ पालन करें। इस दौरान जो भी नियम तोड़े उस पर सख्त कार्रवाई की जाए। सीएक्यूएम ने साफ किया कि कुछ एजेंसियां लोगों से मिल रही शिकायतों को काफी धीमी गति से दूर कर रही हैं। इसकी वजह से शिकायतें बढ़ती जा रही है। वहीं निजी गाड़ियों की अवैध पार्किंग को रोकने के लिए प्रमुख सड़कों, मार्केटों और पब्लिक स्पेस के आसपास गार्ड लगाए। इससे जाम की समस्या खत्म होगी और प्रदूषण कम होगा।