भारत में सामाजिक सुरक्षा कवरेज में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के अनुसार भारत का सामाजिक सुरक्षा कवरेज वर्ष 2021 के, 24.4% की तुलना में 2024 में दोगुना होकर, 48.8% हो गया। इसमें मौजूदा केंद्रीय सामाजिक सुरक्षा योजनाएं भी शामिल हैं, जिन पर पहले विचार नहीं किया गया था।
श्रमबल में सामाजिक सुरक्षा लाभ का हुआ विस्तार
आईएलओ विश्व सामाजिक सुरक्षा रिपोर्ट 2024-26 के हवाले से केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि श्रमबल में सामाजिक सुरक्षा लाभ का विस्तार हुआ है। उन्होंने भारत के युवाओं को कौशल प्रदान करने और उन्हें सशक्त बनाने के प्रति सरकार की वचनबद्धता पर जोर दिया।
इससे युवाओं की प्रतिभा का वैश्विक स्तर पर प्रभाव हो पाएगा सुनिश्चित
इससे युवाओं की प्रतिभा का वैश्विक स्तर पर प्रभाव सुनिश्चित हो पाएगा। डॉक्टर मांडविया ‘लोगों में निवेश’ के बारे बजट पश्चात वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। रोजगार के उपायों पर प्रकाश डालते उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 और 2024 के बीच 17 करोड़ 10 लाख नौकरियां पैदा हुईं। इनमें से बीते वर्ष में ही 4 करोड़ 60 लाख नौकरियां सृजित हुईं।
बेरोजगारी दर वर्ष 2017-18 के 6% से घटकर वर्ष 2023-24 में 3.2% हो गई
उन्होंने बताया कि बेरोजगारी दर वर्ष 2017-18 के 6% से घटकर वर्ष 2023-24 में 3.2% हो गई। हालांकि महिला कार्यबल की भागीदारी 22% से बढ़कर 40.3% हो गई है। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मांडविया ने इन उपलब्धियों का श्रेय आर्थिक विकास और सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा देने वाली सरकार की प्रगतिशील नीतियों को दिया।