श्रीलंका की जेलों में एक साल से बंद 20 भारतीय मछुआरे आखिरकार अपने घर लौट आए। ये मछुआरे तमिलनाडु के पुडुकोट्टई,रामनाथपुरम और तूतीकोरिन जिलों के रहने वाले हैं। श्रीलंकाई नौसेना ने इन्हें समुद्री सीमा पार करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। ये लोग एक साल से श्रीलंका की न्यायिक हिरासत में थे।
भारत और श्रीलंका सरकार के बीच बातचीत के बाद इन मछुआरों को रिहा किया गया। उन्हें श्रीलंका में भारतीय दूतावास के अधिकारियों को सौंपा गया जिन्होंने उन्हें अस्थायी नागरिकता प्रमाण पत्र जारी किए। इसके बाद उन्हें कोलंबो से फ्लाइट द्वारा चेन्नई लाया गया। चेन्नई एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद, मछुआरों के नागरिकता और कस्टम से जुड़े औपचारिकताएं पूरी की गईं। तमिलनाडु मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था की।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब तमिलनाडु में मछुआरा संघ श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी और उनकी नावें जब्त करने की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके से इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने तमिलनाडु के मछुआरों की परेशानियों को उठाया।