प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ए. रेवंत रेड्डी को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी और राज्य की प्रगति को आगे बढ़ाने और नागरिकों के कल्याण के लिए हरसंभव समर्थन का आश्वासन दिया। कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना में शानदार जीत के बाद हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
पीएम मोदी ने एक्स पर कहा
रेवंत रेड्डी के सीएम बनने पर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (X) पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने एक्स पर कहा, रेवंत रेड्डी गारू को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई। मैं राज्य की प्रगति और उसके नागरिकों के कल्याण के लिए हर संभव समर्थन का आश्वासन देता हूं।’
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तमिलिसाई सुंदरराजन ने रेवंत रेड्डी और अन्य मंत्रियों को दिलाई शपथ
बता दें कि 2014 में आंध्र प्रदेश से तेलंगाना के अलग होने के बाद रेवंत रेड्डी दूसरे सीएम हैं। इससे पहले भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। करीब एक दशक पहले तेलंगाना के नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आने से लेकर अब तक केसीआर ही सीएम थे। तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने रेवंत रेड्डी और अन्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। रेवंत रेड्डी के अलावा 10 और विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली। इनमें भट्टी विक्रमार्क को डिप्टी सीएम बनाया गया है। शपथग्रहण कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया समेत तमाम कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद हैं। महबूबनगर जिले के कोंडारेड्डी पल्ली में जन्मे 54 साल के रेवंत का पूरा नाम अनुमुला रेवंत रेड्डी है। उस्मानिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट रेवंत ने राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा की स्टूडेंट विंग ABVP से की थी। 2007 में वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर आंध्र प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य भी चुने गए। बाद में आंध्र प्रदेश के CM चंद्रबाबू नायडू के न्योते पर वे तेलुगु देशम पार्टी (TDP) में शामिल हो गए। 2009 में उन्होंने TDP के टिकट पर आंध्र प्रदेश के कोंडगल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के पांच बार के विधायक गुरुनाथ रेड्डी को हराया। नायडू ने उन्हें विधानसभा में पार्टी का नेता भी बना दिया। फिर TDP में इस बात की चर्चा होने लगी कि रेवंत कांग्रेस से नजदीकी बढ़ा रहे हैं। 2017 में TDP ने उन्हें अपने नेता सदन के पद से हटा दिया। कुछ दिनों बाद ही रेवंत कांग्रेस में शामिल हो गए। 2018 के चुनाव में रेवंत फिर कोडंगल से लड़े और हार गए।
2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने मल्काजगिरी सीट से चुनाव लड़ा और पहली बार संसद पहुंचे। जून 2021 में कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें सीनियर नेता एन. उत्तम रेड्डी की जगह तेलंगाना की कमान सौंपी।