प्रतिक्रिया | Saturday, May 11, 2024

12/01/24 | 10:40 pm

वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के साथ भारत आज विश्व मित्र के रूप में उभरा : अमित शाह

वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण का समापन समारोह शुक्रवार को आयोजित हुआ। देश-विदेश के अनेक प्रमुखों, राजदूतों, उद्योगपतियों की उपस्थिति में आयोजित हुई इस तीन दिवसीय समिट के समापन समारोह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस समिट में ‘संकल्प से सिद्धि के मार्ग’ का अद्भुत सशक्तिकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 में प्रथम समिट आयोजित हुई थी जिसमें आज गुणात्मक परिवर्तन आया है। एक अर्थ में देखें, तो यह एक युग परिवर्तन की शुरुआत है। आज मैन्युफैक्चरिंग और इन्वेस्टमेन्ट के लिए विश्व में भारत तथा भारत में गुजरात पहली पसंद बना है।

भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा

गृह मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब देश की शासन धुरा संभाली, तब भारत अर्थव्यवस्था में 11वें क्रम पर था और आज विश्व में पांचवें क्रम पर है। यह निश्चित है कि आगामी समय में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। भारत की अध्यक्षता में जी-20 सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ का मंत्र था। वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साथ भारत विश्व मित्र के रूप में उभर रहा है। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है। 

समिट ने आइडिया और इनोवेशन के प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी पहचान बनाई

स्वामी विवेकानंद की जयंती का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के सामर्थ्य एवं संकल्प को साकार कर भारत आज विश्व में अनेक नए आयामों के साथ आत्मविश्वास पूर्वक उभर रहा है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट समिट ने आइडिया और इनोवेशन के प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी पहचान बनाई है। इतना ही नहीं, गुजरात ने वैश्विक निवेशों को परिणाम उन्मुख तरीके से कार्यान्वित किया है। गुजरात की इस सफल समिट का अनुकरण देश के दूसरे राज्य भी कर रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस पथ पर चल रहे विभिन्न राज्य तथा इसके चलते हमारा देश नए कीर्तिमान हासिल करेगा। 

गुजरात में निवेश की संभावनाएँ बढ़ी

अमित शाह ने कहा कि समिट में 4 देशों के प्रमुखों, 100 देशों के प्रतिनिधियों तथा 16 कंट्री पार्टनर्स की सहभागिता स्वयं में एक सफल गाथा है। इसी तरह धोलेरा एसआईआर की जब शुरुआत हुई, तब आलोचक इसकी आलोचना कर रहे थे, परंतु इसके परिणाम आज आप सभी के सामने है। मांडल-बेचराजी आज ऑटो हब के रूप में उभरा है, तो दहेज में पेट्रोकेमिकल, भरूच में बल्क ड्रग पार्क, वडोदरा में बायोटेक्नोलॉजी पार्क के निर्माण के कारण गुजरात में निवेश की संभावनाएँ बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि फ्यूचरिस्टिक इकोनॉमी में देश आज अग्रसर है। सेमीकंडक्टर, ग्रीन टेक्नोलॉजी, बायोफ्यूल जैसे नए उभरते क्षेत्रों में भारत आज अग्रणी बना है। गुजरात में इस पॉलिसी को परिणाम उन्मुख बनाने और धरातल पर प्रभावी तरीके से कार्यान्वित करने का श्रेय गुजरात की राज्य सरकार को जाता है। 

स्पेस सेक्टर में निवेश 2040 तक 40 बिलियन डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आगामी समय में स्वास्थ्य एवं शिक्षा, दोनों क्षेत्रों में भारत को अग्रसर बनाने वाली पॉलिसीज़ बनी है। इसके चलते भारत विश्व का एजुकेशन हब बनने में समर्थ बना है। इसी प्रकार इलेक्ट्रिक व्हीकल, ग्रीन रोड स्ट्रैटेजी क्षेत्र में भी हम अग्रसर हैं। ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को भी हम आगे बढ़ा रहे हैं। स्पेस सेक्टर में एक समय 9 बिलियन डॉलर का निवेश था, जिसे 2040 तक 40 बिलियन डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

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आखरी अपडेट: 11th May 2024