महाराष्ट्र में राज्य परिवहन महामंडल (एसटी) के 35 डिपो के तकरीबन 60 हजार कर्मचारियों ने सातवें वेतन आयोग के साथ-साथ राज्य सरकार के कर्मचारियों के समान वेतन की मांग को लेकर मंगलवार सुबह से अनिश्चितकालीन काम बंद आंदोलन शुरू कर दिया है। इससे ग्रामीण इलाकों में राज्य में एसटी यातायात प्रभावित हुआ है और यात्रियों को परेशानी हो रही है। एसटी कर्मचारी संगठन के नेता श्रीरंग बर्गे ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती, आंदोलन जारी रहेगा।
जानकारी के अनुसार एसटी कर्मचारियों के 11 ट्रेड यूनियनों की एक्शन कमेटी ने मंगलवार 3 सितंबर सुबह से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करने की घोषणा की थी। इसके बाद उद्योगमंत्री उदय सामंत यूनियन नेताओं से चर्चा की अपील की थी। लेकिन एसटी कर्मचारियों की ओर से उद्योगमंत्री की अपील को ठुकरा दिया गया है और सिर्फ मुख्यमंत्री से ही चर्चा किए जाने का संकेत दिया गया है। बताया जा रहा है कि बुधवार शाम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एसटी कर्मचारियों के नेताओं से चर्चा करने का समय दिया है।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में एसटी महामंडल के कुल 251 डिपो में 80 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें से 60 हजार कर्मचारी आंदोलन पर हैं, इससे ग्रामीण इलाकों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुणे जिले के शिवाजीनगर, वल्लभनगर, भोर, सासवड, बारामती, तालेगांव, सांगली जिले में मिराज, जाट, पलूस, सतारा जिले के कराड, वडुज, महाबलेश्वर, नासिक जिले के खानदेश, नासिक, पिंपलगांव, पेठ आगार और जलगांव जिले के भुसावल, चालीसगांव डिपो पूरी तरह से बंद हैं। अन्य स्थानों पर यातायात प्रभावित हुआ है। (H.S)