भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी की 10 साल की सरकार में अगर किसी को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है तो वो हैं जम्मू-कश्मीर के भाई-बहन। एक समय था जब हम इस तरह की जलसे की कल्पना ही नहीं कर सकते थे। पत्थरबाजी होती थी, बम-धमाके होते थे और अनुच्छेद 370 का ‘मनहूस साया’ जम्मू-कश्मीर पर मंडरा रहा था, आज धारा 370 को समाप्त कर दिया गया है, आतंकवाद अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। युवाओं के हाथों में पत्थरों की जगह लैपटॉप हैं।” अमित शाह आज (मंगलवार) जम्मू के पलौड़ा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे।
अमित शाह ने पलौड़ा के पास मन्हास बिरादरी मैदान में भाषण देते हुए उधमपुर और जम्मू संसदीय क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवारों डॉ. जितेंद्र सिंह और जुगल किशोर शर्मा के लिए समर्थन जुटाया। अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं यहां नवरात्रि में आया हूं, सबसे पहले माता वैष्णों देवी को प्रणाम कर अपनी बात की शुरुआत करना चाहता हूं।
उन्होंने लोगों को प्रधामंत्री मोदी के कार्यकाल में देश को हुए फायदों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के 10 साल की सरकार में अगर किसी को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है तो वो जम्मू-कश्मीर के भाई-बहन को हुआ हैं। एक समय था जब हम इस तरह की जलसे की कल्पना ही नहीं कर सकते थे। पत्थरबाजी होती थी, बम-धमाके होते थे और अनुच्छेद 370 का ‘मनहूस साया’ जम्मू-कश्मीर पर मंडरा रहा था, आज धारा 370 को समाप्त कर दिया गया है, और आतंकवाद अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। अमित शाह ने कहा कि जो युवा पथराव कर रहें थे, उनके हाथों में पत्थर की जगह लैपटॉप है। यह बदलाव नरेंद्र मोदी के समय हुआ।
उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सबके साथ न्याय किया। मोदी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन देकर लोगों की सालों पुरानी मांग को पूरा किया। उन्होंने कहा कि जम्मू में 4 नए मेडिकल कॉलेज खुले, चौदह नर्सिंग कॉलेज,7 बीएससी पैरामेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम बने और विजयपुर में एम्स बन रहा है, बक्शी नगर में कैंसर अस्पताल बन रहा है, 25 नए डिग्री कॉलेज खुले और 2 नए इंजिनियरिंग कॉलेज खुले।
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि पहले जम्मू और कश्मीर के बच्चे दूसरी जगहों पर पढ़ने जाते थे। आज देशभर के बच्चे जम्मू में पढ़ने आ रहे हैं। यह परिवर्तन नरेंद्र मोदी ने किया। अमित शाह ने कहा कि सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार ने ई-बस भेजने का काम किया, 75 ई-बस भेजी। यहां सड़क बनने का काम भी तेजी से हो रहा है।