मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के वृत्तचित्र फिल्म बाजार में प्रविष्टियां जमा कराने की समय सीमा 10 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 18वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह (MIFF) के साथ आयोजित होने वाले पहले वृत्तचित्र फिल्म बाजार के लिए परियोजनाओं की प्रस्तुति तिथियों के विस्तार की घोषणा की है। वृत्तचित्र फिल्म बाज़ार का उद्देश्य फिल्म निर्माण, उत्पादन और वितरण में प्रतिभा दिखाने वाली डॉक्यूमेंट्री, लघु फिल्मों और एनीमेशन सामग्री को बढ़ावा देने और सहयोग करने के लिए तैयार किया गया अपनी तरह का पहला व्यापक मंच बनना है। बता दें यह बाज़ार 16 से 18 जून 2024 तक मुंबई में आयोजित किया जाएगा।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में बताया गया कि देश में दूरदराज के क्षेत्रों में काम करने वाले फिल्म निर्माताओं द्वारा अपने प्रोजक्ट प्रस्तुत करने में आसानी के लिए अब 10 अप्रैल, 2024 तक बढ़ा दी गई है, जबकि पहले यह डेड लाइन 31 मार्च, 2024 थी। जमा कराने की प्रक्रिया पर अधिक विवरण एमआईएफएफ की वेबसाइट www.miff.in पर उपलब्ध है।
वृत्तचित्र फिल्म बाजार (Doc Film Bazaar) के प्रमुख खंडों में वृत्तचित्र को-प्रोडक्शन मार्केट (वृत्तचित्र सीपीएम), वृत्तचित्र व्यूइंग रूम (वृत्तचित्र वीआर) और वृत्तचित्र वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब (वृत्तचित्र डब्ल्यूआईपी) शामिल हैं, जिसके लिए फिल्म निर्माताओं को अपनी फिल्में जमा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। वृत्तचित्र को-प्रोडक्शन मार्केट (सीपीएम) एक ऐसा मंच है जिसे विशेष रूप से वैश्विक फिल्म बिरादरी से कलात्मक और वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए तैयार किया गया है।
मंत्रालय ने जानकारी दी कि फिल्म निर्माता अपने प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा सकते हैं और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों से वित्तीय सहायता और सहयोग के रास्ते तलाश सकते हैं। वृत्तचित्र को-प्रोडक्शन मार्केट से चयनित परियोजनाओं को ओपन पिच सत्र में अपने प्रोजेक्ट को पेश करने का अवसर मिलेगा और साथ ही उत्पादकों, वितरकों और फाइनेंसरों के साथ वन-टू-वन बैठकें करने के लिए एक समर्पित स्थान मिलेगा।
इस पहल के बारे में एनएफडीसी के संयुक्त सचिव (फिल्म) और एमडी पृथुल कुमार ने कहा, “वृत्तचित्र फिल्म बाजार का मुख्य फोकस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वास्तविक और सम्मोहक कहानियों को प्रदर्शित करने वाले अवसरों तक पहुंच प्रदान करना है। यह मंच फिल्म निर्माताओं को मौजूदा रुझानों, बाजार की मांग, वितरण रणनीतियों और दर्शकों की प्राथमिकताओं के बारे में मूल्यवान विस्तृत जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा।”