नेशनल वन हेल्थ मिशन की वैज्ञानिक संचालन समिति की दूसरी बैठक सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय के. सूद की अध्यक्षता में हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित की गई। जिसमें समिति ने अनेक महत्वपूर्ण पहलों पर चर्चा की, जो वन हेल्थ मिशन के कार्यान्वयन में योगदान देती हैं।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय के एक बयान के मुतबिक वैज्ञानिक संचालन समिति के सदस्य के रूप में नामित 2 राज्यों, गुजरात और केरल ने अपनी कार्यक्रम संबंधी पहलों और मौजूदा शासन तंत्र का प्रदर्शन किया।
अजय के. सूद ने राज्य की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने वन हेल्थ दृष्टिकोण को लागू करने के लिए विभिन्न तौर-तरीकों की खोज की प्रासंगिकता का उल्लेख किया। इस दौरान राज्यों को मिशन की पहलों से जुड़े पायलट कार्यक्रमों की रणनीति बनाने और डिजाइन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
बैठक के दौरान, नेशनल वन हेल्थ मिशन को समर्पित ‘विज्ञान धारा’ का एक विशेष संस्करण प्रदर्शित किया गया, जो इस बहु-मंत्रालयी सहयोगात्मक प्रयास के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करता है। इसके अलावा बैठक में मिशन के दृष्टिकोण, विविध हितधारकों और व्यापक लक्ष्यों को समाहित करने वाला एक वीडियो भी जारी किया गया।
मीटिंग में मिशन के अंतर्गत परियोजनाओं के लिए वित्त पोषण तंत्र पर भी चर्चा की गई, जिसमें निगरानी पद्धतियों, वन हेल्थ महत्व के रोगों के लिए टीके, निदान और मोनोक्लोनल जैसे अनुसंधान एवं विकास उपायों के विकास पर ध्यान केन्द्रित किया गया।
इसके अतिरिक्त पशु रोग मॉक ड्रिल की योजना, क्रॉस-लर्निंग प्लेटफॉर्म बनाकर राज्य की सहभागिता बढ़ाने पर नवीनतम जानकारी दी गई।
वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय के. सूद ने इस बात पर जोर दिया कि मिशन की गतिविधियों को बड़े पैमाने पर ले जाने के लिए सभी हितधारकों से निरंतर सहयोग, नवाचार और अनुकूलनशीलता की आवश्यकता है।