पीएम मोदी ने बुधवार को रूस के कजान शहर में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इससे पूर्व उन्होंने विस्तारित ब्रिक्स संगठन के नेताओं के सामूहिक फोटो सेशन में भाग लिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने फोटो साझा करते हुए कहा कि एक समावेशी और बहुध्रुवीय दुनिया के लिए एकसाथ मजबूत और एकजुट ब्रिक्स, ब्रिक्स के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। नेताओं ने 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में विस्तारित ब्रिक्स परिवार की पहली तस्वीर खिंचवाई।
क्या है ब्रिक्स और इसका इतिहास
बता दें कि 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में इस संगठन के प्रारंभिक पांच सदस्य देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के अलावा चार नए सदस्य देश ईरान, यूएई, इथोपिया और मिस्र भी शामिल हुए हैं। वहीं सऊदी अरब को संगठन की सदस्यता मिलने के बाद भी वह आधिकारिक रूप से इसमें शामिल नहीं हुआ है।
BRICS संगठन की विश्व अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि दुनिया की आबादी में इसका योगदान लगभग 43% और दुनिया की जीडीपी का 30% हिस्सा है।
BRICS की 2006 में स्थापना हुई थी और 2009 में इसका पहला शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। स्थापना के समय इसका नाम ब्रिक (BRIC) था और इसमें चार देश शामिल थे – ब्राजील, रूस, भारत और चीन। दक्षिण अफ्रीका 2010 में इस समूह में शामिल हुआ और उसके बाद इस समूह का नाम ब्रिक से ब्रिक्स हो गया। दक्षिण अफ्रीका ने 2011 में पहली बार इसके शिखर सम्मेलन में भाग लिया।