देश के कई राज्यों में भारी बारिश आफत बनकर आई है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले दो दिन देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों और अगले तीन-चार दिन के दौरान मध्यवर्ती क्षेत्रों में मॉनसून सक्रिय रहने का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग ने कहा कि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में कल तक तेज वर्षा जारी रहेगी। विदर्भ, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में भी कल तक अत्यधिक तेज वर्षा का अनुमान है।
यूपी में मध्यम से भारी बारिश की संभावना
दरअसल, बंगाल की खाड़ी से चल रही हवाएं उत्तरी पश्चिमी हवाओं के चलने से उत्तर प्रदेश के गंगा मैदानी इलाकों पर आ रही हैं। इसके साथ ही एक साइक्लोन भी बना हुआ है और मानसून की ट्रफ रेखा भी उत्तर प्रदेश में आकर टिक गई है। इससे उत्तर प्रदेश में आगामी दो दिन मध्यम से लेकर भारी बारिश की संभावना है, लेकिन यह बारिश जलवायु परिवर्तन के कारण खंडवार बारिश के रूप में होगी।
अगले 24 घंटे में लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, कन्नौज, फतेहपुर, हमीरपुर, उरई और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। वहीं कानपुर में हल्की बारिश की ही संभावना है। यह मौसमी गतिविधियां उत्तर प्रदेश में उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलने से सक्रिय हुई हैं, क्योंकि बंगाल की खाड़ी से चल रही हवाएं अभी तक चीन की तरफ चली जा रही थी और अब उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने से सीधे गंगा के मैदानी इलाकों पर आ रही हैं।
राजस्थान में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
राजस्थान में भी बुधवार रात से शुरू हुआ तेज बारिश का दौर शुक्रवार को भी जारी है। सुबह से पाली, बीकानेर, सीकर सहित कई जिलों में बरसात हो रही है। लगातार बारिश के कारण जयपुर व बीकानेर शहर के स्कूलों में छुट्टी की गई है। सवाई माधोपुर में तेज बारिश के कारण एक मकान ढह गया।
मौसम विभाग ने शुक्रवार काे अजमेर में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारां, बाड़मेर, चूरू, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर और पाली में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने तीन अगस्त काे बांसवाड़ा, बारां, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और सवाई माधोपुर में भारी बारिश की संभावना जताई है।
केदारनाथ यात्रा अगले आदेश तक रोक दी गई
उत्तराखंड में वर्षा और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा अगले आदेश तक रोक दी गई है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और जिला प्रशासन के समन्वित प्रयासों से यात्रा मार्ग पर फंसे दो हजार से अधिक लोगों को निकाल लिया गया है। गुरुवार को हेलीकॉप्टर के जरिए भीमबली, रामबाडा और लिनचोली से लगभग 425 यात्रियों को बचाया गया। सोनप्रयाग और भीम बली के बीच फंसे 1100 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने राहत शिविरों में विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बुधवार रात को मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन से सड़कों, पुलों, पानी और बिजली की लाइनों तथा कृषि भूमि को व्यापक नुकसान पहुंचा।
हिमाचल में बादल फटने से लापता 48 लोगों को तलाश तेज
हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों में बुधवार आधी रात बादल फटने से आई बाढ़ ने तबाही मचा दी। अब तक पांच शव बरामद हुए हैं, वहीं 48 लोग लापता हैं और इनकी तलाश में बचाव कार्य बड़े पैमाने पर जारी है। शिमला जिला के रामपुर से सटे समेज में सबसे ज्यादा 36 लोग लापता हैं।
वायनाड में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में सवेरे से तेज वर्षा
उधर, केरल के वायनाड में भीषण भूस्खलन में मृतकों की संख्या 274 हो गई है। 187 घायलों का इलाज चल रहा है, जबकि 107 लोग लापता हैं। 70 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां 7000 से अधिक लोगों को रखा गया है। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में आज सवेरे से तेज वर्षा हो रही है, जिसके तलाशी अभियान में बाधा आई। प्रभावित क्षेत्र को छह भागों में बांटा गया है। जहां मलबे के बीच और शवों की तलाश के लिए 40 टीमें लगेंगी। प्रत्येक टीम में सशस्त्र बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और अन्य एजेंसियों के अलावा, तीन स्थानीय लोग और एक वन अधिकारी तथा डॉग स्क्वॉड भी शामिल है। चालियार नदी के किनारे 40 किलोमीटर के क्षेत्र में भी शवों की तलाश की जा रही है। इस बीच, चूरनमला में कल शाम एक सौ 90 फुट लंबा बेली ब्रिज चालू कर दिया गया। वायनाड में इस पुल से आज सुबह भूस्खलन ग्रस्त क्षेत्रों में और अधिक सहायता कर्मी और सामग्री भेजी जा रही है।
उधर दिल्ली एनसीआर में भी बुधवार कोई हुई बारिश से जलभराव की स्थिति आ गई। कई रास्ते पूरी तरह से जलमग्न हो गए। वहीं मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। शनिवार और रविवार को भारी बारिश की संभावना है।