उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। निर्वाचन आयोग इन दिनों ग्राम पंचायतों की खुली बैठकों के माध्यम से वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और हटाने के लिए विशेष अभियान चला रहा है।
यह अभियान विशेष रूप से उन मतदाताओं के लिए है, जिनके नाम वोटर लिस्ट में छूट गए हैं या जिनके नाम में कोई गलती है। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने इस संबंध में जानकारी दी और बताया कि जैसे ही मतदाता सूची पूरी तरह से दुरुस्त होगी, उसे ऑनलाइन किया जाएगा ताकि किसी भी मतदाता का नाम छूटने से बच सके।
राहुल कुमार गोयल ने कहा, “राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से सबसे पहले निर्वाचन नामावली तैयार करने का दायित्व होता है। वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन 17 जनवरी को किया जा चुका था। इसके बाद इस पर डाटा एंट्री भी पूरी हो चुकी थी। वर्तमान में, यदि किसी नाम में कोई गलती है या कोई नाम छूट गया है तो उसे सही करने और जोड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के तहत, प्रत्येक ग्राम पंचायत की खुली बैठकों में वोटर लिस्ट का प्रदर्शन किया जा रहा है। साथ ही, यहां संघनक भी प्रपत्र दो, तीन, और चार के साथ उपलब्ध रहते हैं, ताकि किसी भी ग्रामवासी को यदि नाम में कोई बदलाव करना हो, तो वह आसानी से करवा सके।”
उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई नाम गलत तरीके से लिस्ट में जुड़ा हुआ है, तो उसे हटवाने के लिए भी लिखित में आपत्ति दर्ज की जा सकती है। इसके अलावा, किसी अपात्र नाम को हटवाने और नए नाम को जोड़ने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। आयोग की इस विशेष पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कोई भी योग्य मतदाता मतदान से वंचित न रहे और सभी मतदाता की जानकारी सही और अपडेटेड हो। (इनपुट-आईएएनएस)