प्रतिक्रिया | Friday, January 03, 2025

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अटल जी की विचारधारा को जन- जन तक पहुंचाने के लिए पटना में बुधवार को निकाला जाएगा अटल मार्च

अटल सिर्फ एक व्यक्ति का नाम नहीं, बल्कि एक विचारधारा है। उनका सम्मान करना हम भारतीयों का दायित्व है। आज की नई पीढ़ी को उनके विचार और चिंतन धारा को समझने की जरूरत है। इसी उद्देश्य से पटना में पहली बार “अटल मार्च” का आयोजन किया जा रहा है। “अटल मार्च” का शुभारंभ 25 दिसंबर, 2024 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर पटना में आयोजित किया जाएगा। यह मार्च अटल जी की विचारधारा को देश-विदेश में फैलाने के लिए निकाला जा रहा है, जिसका आयोजन मिथिलालोक फाउंडेशन और  ब्रिटिश लिंग्वा द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। 

मार्च राजेंद्र नगर टर्मिनल से प्रारंभ होकर राजनिवास तक जाएगा

अटल मार्च निकालने का उद्देश्य पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और उनके कार्यों को याद करना है। प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में मैथिली भाषा को भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में उन्‍होंने शामिल किया था। यह मार्च राजेंद्र नगर टर्मिनल से प्रारंभ होकर राजनिवास तक जाएगा, जहां बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर को एक ज्ञापन सौंपने के साथ समाप्त होगा। गौरतलब है कि इस तरह का कार्यक्रम आने वाले दिनों में बिहार के सभी जिलों में आयोजित किया जाएगा।

मार्च का उद्देश्य अटल जी के जीवन से लोगों को कराना है अवगत 

इस मार्च का उद्देश्य वाजपेयी जी के भारतीय राजनीति में किए गए महान योगदानों से देश के लोगों को रूबरू कराने के साथ ही इसके दीर्घकालिक प्रभाव के बारे में जानकारी देना है। यह कार्यक्रम राज्य के युवाओं को प्रेरित करने का भी लक्ष्य रखता है, जिसमें अटल जी के आदर्शों और सिद्धांतों को प्रमुखता से प्रस्तुत किया जाएगा।

अटल जी की धरोहर को नई पीढ़ियों तक पहुंचाना समय की मांग

इस मार्च का नेतृत्व देश के जाने- माने लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. बीरबल झा करेंगे। डॉ. झा शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका कहना है कि अटल जी की धरोहर को नई पीढ़ियों तक पहुंचाना समय की मांग है। इस मार्च में बड़ी संख्या में युवाओं के शामिल होने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल वाजपेयी के योगदानों को याद करना है, बल्कि उनकी “अटल विचारधारा” से युवाओं को परिचय कराना है। मार्च का समापन एक बैठक के रूप में होगा, जहां  प्रतिभागी वाजपेयी जी के जीवन-दर्शन के बारे में अधिक से अधिक जान सकेंगे, साथ ही उनके कार्यकाल के दौरान किए गए विकासात्मक कार्यों की चर्चा करेंगे।

 वाजपेयी जी का जीवन अपने आप में एक विचारधारा 

अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक व्यक्ति नहीं थे; वह अपने आप में एक विचारधारा थे। उन्होंने अपने असाधारण विचारों, आदर्शों और कार्यों के माध्यम से भारतीयों के दिलों पर राज किया। स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के माध्यम से उन्होंने देश को पूरब- पश्चिम और उत्तर- दक्षिण को जोड़ने का कार्य किया। आज इस परियोजना का लाभ देशवासियों को मिल रहा है।

कार्यक्रम में बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे और पटना साहिब से सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री  रवि शंकर प्रसाद कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही प्रमुख समाजसेवी और शिक्षक जैसे विधानसभा सदस्य डॉ संजीव चौरसिया, विधान परिषद सदस्य  डॉ प्रमोद चंद्रवंशी, बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रोफेसर अरुण कुमार भगत, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर नागेंद्र कुमार झा और वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक विकास कुमार झा इस कार्यक्रम में भाग लेंगे, जहां ये लोग अटल जी की जीवन यात्रा पर विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे।

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आखरी अपडेट: 2nd Jan 2025