आज देश उड़ान योजना के 8 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इसे 2016 में शुरू किया गया था। यह एक दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य हर भारतीय के लिए हवाई यात्रा को किफायती और सुलभ बनाना है। इस मौके पर नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने सोमवार को कहा कि सरकार क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना को अगले 10 साल के लिए और बढ़ाएगी। अब तक आठ साल की योजना के दौरान विमानन कंपनियों को अस्तित्व में आने और विकास करने का मौका मिला। इसके साथ ही रोजगार सृजन हुआ तथा पर्यटन को बढ़ावा मिला है। अगले पांच साल में 50 और एयरपोर्ट शुरू करने और मौजूदा हवाई अड्डों की क्षमता बढ़ाने की योजना है।
5 वर्षों में 50 और एयरपोर्ट होंगे शुरू
केंद्रीय मंत्री नायडू राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में ‘उड़ान’ योजना के आठ साल पूरा होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नागरिक उड्डयन मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हम उड़ान योजना को अगले 10 वर्षों के लिए देख रहे हैं, क्योंकि अगले 5 वर्षों में हम 50 और एयरपोर्ट शुरू करने और मौजूदा हवाई अड्डों की क्षमता बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि 2047 तक हमारे पास हवाई अड्डों की संख्या 200 से अधिक करने की क्षमता है। नायडू ने कहा कि आज हमारे पास 157 हैं और हम इसे 350 तक ले जा सकते हैं।
नागर विमानन मंत्री ने कहा कि उड़ान योजना नागरिक उड्डयन में एक क्रांतिकारी योजना रही है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच से निकली है जो हवाई यात्रा को लोकतांत्रिक बनाना चाहते थे। जब हमने पिछले 8 वर्षों में इस उड़ान योजना का उपयोग किया है, तो इसका सबसे बड़ा लाभ देश के दूरदराज के क्षेत्रों, खासकर पूर्वोत्तर क्षेत्रों या भीतरी इलाकों को हुआ है, जहां कोई कनेक्टिविटी नहीं थी। अब वे हवाई यात्रा के माध्यम से न केवल देश के अन्य महानगरों से बल्कि कई देशों से भी ठीक से जुड़े हुए हैं।