वित्त मंत्रालय ने कहा है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने इस साल अक्टूबर में एक ही महीने में लगभग 16.58 बिलियन वित्तीय लेनदेन करके एक मील का पत्थर हासिल किया है। जी हां, यूपीआई ने अक्टूबर में 16.58 बिलियन वित्तीय लेनदेन में लगभग 23.49 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन किया। यह पिछले साल अक्टूबर की तुलना में साल-दर-साल 45 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा लॉन्च किया गया यूपीआई
ज्ञात हो, यूपीआई को 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा लॉन्च किया गया था। इसने कई बैंक खातों को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन में एकीकृत करके देश के भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में क्रांति ला दी है। यह प्रणाली निर्बाध निधि हस्तांतरण, व्यापारी भुगतान और पीयर-टू-पीयर लेन-देन को सक्षम बनाती है, जो उपयोगकर्ताओं को निर्धारित भुगतान अनुरोधों के माध्यम से लचीलापन प्रदान करती है।
यूपीआई ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पकड़ी गति
यूपीआई ने न केवल वित्तीय लेन-देन को तेज, सुरक्षित और सरल बनाया है, बल्कि इसने व्यक्तियों, छोटे व्यवसायों और व्यापारियों को भी सशक्त बनाया है, जिससे देश का नकदी रहित अर्थव्यवस्था की ओर बदलाव हुआ है। सिर्फ इतना ही नहीं, भारत के इस भुगतान इंटरफेस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गति पकड़ी है, क्योंकि यूपीआई सात देशों में चालू है, जिनमें प्रमुख बाजार शामिल हैं। ये देश यूएई, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस हैं।