प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को दिल्ली मेट्रो की चरण-IV परियोजना के तहत रिठाला-नरेला-नाथूपुर (कुंडली) कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। 26.463 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर दिल्ली और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। इस प्रोजेक्ट को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना पर कुल 6,230 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसे दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) द्वारा केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के 50:50 साझेदारी मॉडल पर कार्यान्वित किया जाएगा।
यह नया कॉरिडोर वर्तमान रेड लाइन (शहीद स्थल – रिठाला) का विस्तार होगा और नरेला, बवाना और रोहिणी के क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसमें 21 एलिवेटेड स्टेशन होंगे, जो रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, 26, 31, 36, बवाना औद्योगिक क्षेत्र, सनोथ, नरेला और नाथूपुर को जोड़ेंगे। यह कॉरिडोर गाजियाबाद के शहीद स्थल न्यू बस अड्डा से दिल्ली होते हुए हरियाणा के नाथूपुर तक सीधा संपर्क बनाएगा।
दिल्ली मेट्रो का यह हरियाणा में चौथा विस्तार होगा। अभी फिलहाल गुरुग्राम, बल्लभगढ़ और बहादुरगढ़ तक मेट्रो सेवाएं संचालित हैं। इस परियोजना से सड़कों पर ट्रैफिक कम होगा, प्रदूषण में कमी आएगी और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो वर्तमान में 12 लाइनों पर 392 किलोमीटर का नेटवर्क संचालित करती है, जिसमें 288 स्टेशन शामिल हैं। यह नेटवर्क प्रतिदिन औसतन 64 लाख यात्रियों को सेवाएं देता है।