केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा क्षेत्र गुना (मध्यप्रदेश) में 2013 के दौरान बनाए गए एक ‘स्पाइस पार्क’ के पुनरुत्थान के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है। सिंधिया ने पत्र में गुना क्षेत्र के मावन गांव में 100 एकड़ में बने राज्य के उस एक मात्र ‘स्पाइस पार्क’ का जिक्र किया है, जिसकी स्थापना 16 मार्च 2013 को की गई थी।
केंद्रीय संचार मंत्री सिंधिया ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को लिखा है कि गुना क्षेत्र को उद्योग व्यापार से जोड़ने के लिए स्थापित किए गए इस ‘स्पाइस पार्क’ की मसाला इकाइयों से मसालों का निर्यात होता है। इसके लिए ट्रकोंं की आवाजाही लगी रहती है। ये ट्रक सिंगवासा रेल ब्रिज से होकर गुजरते हैं।
उन्होंने आगे लिखा है कि अंडरपास के कारण माल से लदे ट्रकों का आर-पार होना सम्भव नहीं हो रहा है। इससे निर्यात में अड़चनें आने लगी है। इसके साथ ही केंद्रीय संचार मंत्री ने स्पाइस पार्क से परिवहन में आ रही दिक्कतों को दूर करने और यहां पर मजबूत परिवहन व्यवस्था को स्थापित करने की मांग की है।
क्या है स्पाइस पार्क ?
दरअसल मसाला पार्क स्थानीय किसानों, व्यापारियों, निर्यातकों और अन्य हितधारकों के उपयोग के लिए सामान्य प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन सुविधाएं स्थापित करते हैं, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं। मसाला बोर्ड ने देश भर में आठ फसल विशिष्ट मसाला पार्क स्थापित किए हैं।
मसाला पार्क का उद्देश्य स्थानीय किसानों, व्यापारियों, निर्यातकों और अन्य हितधारकों द्वारा उपयोग के लिए मसालों की सफाई, छंटाई, ग्रेडिंग, पीसने, तेल निकालने और पैकेजिंग सहित सामान्य प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन सुविधाएं स्थापित करना है।
बता दें, स्पाइस पार्क निर्यात में वृद्धि करने के लिए मसालों के कामन प्रायमरी प्रोसेसिंग सुविधा और मूल्य संवर्धन की सुविधा प्रदान करता है। जिससे राज्य से अधिक से अधिक मसालों का निर्यात हो सके।