केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार (29 जुलाई) को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली में जीवन शैली से संबंधित व्यावहारिक परिवर्तनों को प्रेरित करने वाले उत्पादों और सेवाओं से संबंधित विचारों को आमंत्रित करने के लिए आइडियाज4लाइफ (Ideas4LiFE) का शुभारंभ किया। इस मौके पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह उपस्थिति रहे। भूपेंद्र यादव ने छात्रों, शोधार्थियों, शिक्षकों एवं नवप्रवर्तकों से आह्वान किया कि वे अभिनव एवं अनोखे विचार लेकर आएं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसाधनों के विचारशील एवं सुविचारित उपयोग के विज़न को पूरा करने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने प्रकृति को बचाने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए इसे बनाए रखने के लिए सतत उपभोग पर जोर दिया।
दरअसल मिशन लाइफ के क्रियान्वयन में यूनिसेफ एक सक्रिय भागीदार रहा है। यूनिसेफ युवाह के सहयोग से पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने नवीन विचारों को प्रस्तुत करने, उनके प्रबंधन और प्रविष्टियों की आगे की प्रक्रिया के लिए एक व्यापक आइडियाज4लाइफ पोर्टल विकसित किया है। इस कार्यक्रम में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के 1000 से अधिक छात्रों, शोधार्थियों और शैक्षणिक संकाय की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
आइडियाज4लाइफ के शुभारंभ समारोह में प्रतिभागियों और छात्रों से बातचीत करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री यादव ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और शोधार्थियों को मिशन लाइफ की वैश्विक पहल में अपने अभिनव विचारों का योगदान देने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि यह प्रेरित दिमागों के लिए पर्यावरणीय स्थिरता के लिए समर्पित वैश्विक आंदोलन में भाग लेने का एक उल्लेखनीय अवसर है।
मिशन लाइफ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रकृति से हमें मिलने वाली सभी तरह की बुनियादी चीजें शुद्धतम रूप में होती हैं, लेकिन बदले में हमें अशुद्ध चीजें मिलती हैं। उन्होंने कहा कि यह समय आत्मनिरीक्षण करने और प्रकृति को बचाने तथा भविष्य की पीढ़ी के लिए इसे बनाए रखने में मदद करने का है। प्रकृति हमें जीवन जीने के लिए भोजन, तेल, ऊर्जा और औषधि प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि जब प्रकृति हमें जीवित रहने के लिए आवश्यक सभी चीजें देती है, तो इसे बचाना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि इस पहल की आवश्यकता है और इसे सफल बनाना सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सभी संसाधनों का सोच-समझकर और सोच-समझकर उपयोग करने से हमें प्रकृति को बचाने में मदद मिलेगी।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने बताया कि यूजीसी, एआईसीटीई, आईआईटी और देश भर के शैक्षणिक संस्थान आइडियाज4 लाइफ आइडियाथॉन के लिए छात्रों, शोधकर्ताओं और अकादमिक बिरादरी के बीच अपील फैलाने में सहायक होंगे और पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाने से संबंधित अभिनव नागरिक केंद्रित विचारों और प्रौद्योगिकियों का योगदान देंगे। आइडियाज4लाइफ आइडियाथॉन में मिशन लाइफ के सात थीम शामिल हैं- पानी बचाओ, ऊर्जा बचाओ, कचरे को कम करो, ई-कचरे को कम करो, सिंगल-यूज प्लास्टिक को ना कहो, टिकाऊ खाद्य प्रणाली अपनाओ और स्वस्थ जीवनशैली अपनाओ। पोर्टल ‘आइडियाज4लाइफ.निक.इन ‘ प्रतिभागियों को अपने विचार और नवाचार ऑनलाइन प्रस्तुत करने की सुविधा देगा। मिशन लाइफ के सातों थीमों में से प्रत्येक के अंतर्गत विजेता विचारों को मान्यता दी जाएगी और व्यक्तियों के साथ-साथ संस्थानों के लिए भी आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगे।