प्रतिक्रिया | Saturday, December 21, 2024

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गर्मी से संबंधित बीमारियों के प्रबंधन से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा है कि हीटवेव (अत्यधिक गर्मी) के बेहतर प्रबंधन के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने की दिशा में निरंतर प्रयास आवश्यक हैं क्योंकि प्रभावी समाधान से कारगर प्रबंधन होता है। डॉ. मनसुख मांडविया आज (बुधवार) गर्मी से संबंधित बीमारी के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को बेहतर समन्वय और समझ के लिए राज्यों के साथ बैठक करने की सलाह दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गर्मी से संबंधित बीमारियों के कुशल प्रबंधन में सहयोगी प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला। बता दें कि समीक्षा बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल भी उपस्थित थे।

स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि डॉ. मांडविया ने जमीनी स्तर पर सटीक आंकड़ों के अभाव के बारे में मृत्यु और मामलों सहित हीटवेव पर फील्ड स्तर के डेटा को साझा करने के लिए राज्यों के इनपुट के साथ एक केंद्रीय डेटाबेस बनाने के महत्व पर बल दिया ताकि स्थिति का वास्तविक मूल्यांकन किया जा सके। उन्होंने राज्यों में आईएमडी अलर्ट प्राप्त होते ही समय पर कार्रवाई के महत्व पर भी प्रकाश डाला। मनसुख मांडविया कहा कि रोकथाम के उपायों पर लोगों के बीच समय पर, अग्रिम और व्यापक जागरूकता अत्यधिक गर्मी के गंभीर प्रभाव को कम करने में बहुत सहायक होगी।

वहीं दूसरी ओर डॉ. भारती प्रवीण पवार ने लोगों के बीच सूचना और जागरूकता अभियानों के लिए राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय समितियों के गठन पर बल दिया। उन्होंने आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को वाटर कूलर, आइस पैक तथा अन्य आधारभूत आवश्यकताओं से लैस करने के महत्व को बताया। उन्होंने राज्यों को हीट वेव के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए राज्य कार्य योजनाओं को क्षेत्र स्तर पर लागू करने में तेजी लाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।

इस दौरान डॉ. वी. के. पॉल ने राज्य स्तर पर पालन किए जा रहे दिशानिर्देशों की एक चेकलिस्ट सुनिश्चित करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने वेबिनार और अन्य तरीकों से उपचार संबंधी प्रोटोकॉल के बारे में जागरूकता फैलाने पर बल दिया। साथ ही गर्मी से संबंधित मामलों और बीमारी पर प्रत्येक राज्य से डेटा का भंडार बनाने पर भी जोर दिया।

मंत्रालय के अनुसार समीक्षा बैठक में यह बताया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव द्वारा हाल ही में 29 फरवरी, 2024 को सभी मुख्य सचिवों को परामर्श जारी किया गया है, जिसमें गर्मी के प्रभाव और मामलों के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की कारगर तैयारी के लिए गर्मी से संबंधित बीमारियों पर राष्ट्रीय कार्य योजना के राज्यों के अनुपालन का अनुरोध किया गया है। राज्यों को जनता के लिए आवश्यक दवाओं, इन्ट्रावेनस तरल पदार्थों, आइस-पैक, ओआरएस, पेयजल के साथ-साथ आईईसी क्रियाकलापों के संदर्भ में स्वास्थ्य सुविधा की तैयारी की समीक्षा करने की भी सलाह दी गई थी। यह भी बताया गया कि गर्मियों के महीनों के दौरान सामान्य आबादी के साथ-साथ कमजोर लोगों को क्या करें और क्या न करें, जो राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) द्वारा जारी किया गया है।

 

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आखरी अपडेट: 21st Dec 2024