केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य तथा विद्युत मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को पुद्दुचेरी में विभिन्न शहरी विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश का दौरा किया। प्रदेश प्रशासन ने आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) के अंतर्गत योजनाओं पर एक अपडेत प्रस्तुत किया। केंद्रीय मंत्री ने पुद्दुचेरी के प्रयासों, विशेष रूप से पीएम स्वनिधि और डीएवाई एनयूएलएम योजनाओं के कार्यान्वयन में केंद्र शासित प्रदेश के प्रयासों की की प्रशंसा की, जिससे स्थानीय आबादी को महत्वपूर्ण लाभ हुआ है। इस दौरान मनोहर लाल ने आने वाले वर्षों में बेहतर स्वच्छता रैंकिंग के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए और अधिक सुधार करने के लिए प्रोत्साहित किया। केंद्रीय मंत्री की पुद्दुचेरी और चेन्नई यात्रा को इन क्षेत्रों के शहरी परिवर्तन को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा जा सकता है।
आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने पुडुचेरी और चेन्नई में शहरी विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की, बैठक में केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत हाल की प्रगति, विशेष रूप से पिछले वर्ष के दौरान विरासत में मिले कचरे की सफाई पर भी प्रकाश डाला। पुद्दुचेरी के राज निवास में आयोजित समीक्षा बैठक में केंद्र शासित प्रदेश के माननीय उपराज्यपाल श्री के. कैलाशनाथन, मुख्यमंत्री श्री एन. रंगासामी , गृह और ऊर्जा मंत्री ने भाग लिया।
पीएम ई-बस सेवा की स्थिति की भी समीक्षा की
स्मार्ट सिटी मिशन पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) के संचालन में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पुद्दुचेरी में पीएम ई-बस सेवा की स्थिति की भी समीक्षा की और इन पहलों को सुविधाजनक बनाने के लिए मंत्रालय से आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया।
चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना की प्रगति का आकलन करने के लिए चेन्नई का दौरा किया
इसके बाद माननीय मनोहर लाल ने चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना की प्रगति का आकलन करने के लिए चेन्नई का दौरा किया, जहाँ उनके साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन भी उपस्थित थे। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में चेन्नई मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के लिए समर्थन देने का वादा किया है, जो 118.9 किलोमीटर तक फैला है और इसकी परियोजना लागत 63,246 करोड़ रुपये है, जिसमें 76.3 किलोमीटर एलिवेटेड और 42.6 किलोमीटर भूमिगत गलियारे शामिल हैं।
भारत का आने वाले वर्षों में मेट्रो कनेक्टिविटी में विश्व का अग्रणी बनने का है लक्ष्य
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत में वर्तमान में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है, जो केवल चीन और अमेरिका से पीछे है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मेट्रो विस्तार की वर्तमान गति के साथ, भारत का आने वाले वर्षों में मेट्रो कनेक्टिविटी में विश्व का अग्रणी बनने का लक्ष्य है, जो विकसित भारत के दृष्टिकोण में योगदान देता है। उन्होंने चेन्नई मेट्रो परियोजना के लिए मंत्रालय के अटूट समर्थन की पुष्टि की।
इसके अतिरिक्त केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अमृत, स्मार्ट सिटी मिशन, पीएमएवाई (यू), एनयूएलएम, पीएम स्वनिधि और एसबीएम सहित विभिन्न शहरी विकास पहलों में राज्य की प्रगति की समीक्षा की। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन प्रमुख योजनाओं पर हुई प्रगति की जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने अधिकारियों से स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत बनाए गए एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र के बहु-क्षेत्रीय उपयोग को बढ़ाने को कहा।