केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में व्यापार संवर्धन के लिए एक कार्यालय खोलने की घोषणा की है। इस कार्यालय में इन्वेस्ट इंडिया, एनआईसीडीसी, ईसीजीसी, व्यापार एवं पर्यटन से जुड़े अन्य अधिकारियों के साथ-साथ सीआईआई के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
मेक इन इंडिया को मिली है शानदार सफलता
इस संबंध में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया को शानदार सफलता मिली है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के व्यापार एवं पर्यटन मंत्री महामहिम डॉन फैरेल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ये कार्यालय दोनों पक्षों के निवेशकों और कारोबारियों के बीच सेतु का काम करेंगे। गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि व्यापार, निवेश, पर्यटन और प्रौद्योगिकी में साझेदारी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
भारत आज ‘मेक इन इंडिया’ के 10 साल पूरा होने का मना रहा जश्न
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारत आज ‘मेक इन इंडिया’ के 10 साल पूरा होने का जश्न मना रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने विनिर्माण क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने के लिए संपूर्ण दृष्टिकोण प्रदान किया है। इसमें बुनियादी ढांचे के लिए ‘प्लग एंड प्ले’, अनुमोदन के लिए एकल खिड़की प्रणाली, अनुपालन बोझ को कम करने, कानूनों को अपराध मुक्त करने, नए क्षेत्रों में एफडीआई खोलने और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करने के प्रावधान प्रदान किए गए हैं, जो भारत में विनिर्माण को आकर्षित करने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि भारत के मेक इन इंडिया कार्यक्रम और ऑस्ट्रेलिया के मेक इन ऑस्ट्रेलिया कार्यक्रम के बीच प्रौद्योगिकियों, अवसरों का आदान-प्रदान करने और व्यवसायों को एक-दूसरे के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करने की बहुत संभावनाएं हैं। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि शिक्षा, कौशल विकास, निवेश, पर्यटन, महत्वपूर्ण खनिजों और स्थिरता के लिए हरित पारिस्थितिकी तंत्र में सहयोग बढ़ाना ऐसे क्षेत्र हैं, जहां साझेदारी में कई महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने ऑस्ट्रेलिया की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए कहा कि पहली बार ऑस्ट्रेलिया में सीआईआई और फिक्की दोनों के नेतृत्व का प्रतिनिधित्व किया गया, जो साझेदारी के महत्व को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मई 2022 से वरिष्ठ नेताओं की 9 व्यक्तिगत बैठकों के साथ दोनों देशों के बीच अभूतपूर्व संबंध नेताओं के बीच गहरे संबंधों को दर्शाते हैं, जो व्यापार-व्यवसाय और लोगों के बीच जुड़ाव को बढ़ाते हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया इस दिशा में कर रहे काम
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) के माध्यम से आर्थिक-सहयोग और व्यापार समझौते (ईसीटीए) को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईसीटीए समझौते के परिणामस्वरूप दोनों पक्षों को बाजार तक पहुंच मिली है। इसके परिणामस्वरूप व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के अवसरों पर की चर्चा
इससे पहले केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री गोयल ने भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त मंत्रिस्तरीय आयोग की बैठक के दौरान दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री पीटर मालिनौस्कास से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि मालिनौस्कास से मिलकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने हमारी पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है, हमने प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की।
उन्होंने अधिक व्यापार, प्रौद्योगिकियों के आदान-प्रदान, स्थिरता के लिए साझा लक्ष्यों और उच्च तकनीक सेवाओं और निवेश के प्रावधान के माध्यम से भारत की यात्रा में ऑस्ट्रेलिया की भूमिका पर प्रकाश डाला। मंत्री ने आगे कहा कि भारत 4 डी-लोकतंत्र, जनसांख्यिकीय लाभांश, मांग और निर्णायक नेतृत्व के लाभ प्रदान करता है, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं, जिनके कुशल नेतृत्व में देश सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन करने के लिए तैयार है। गौरतलब है कि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 26 सितंबर तक ऑस्ट्रेलिया के आधिकारिक दौरे पर हैं।