केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार (10 जून) को नई दिल्ली में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय का कार्यभार संभाला। पदाधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने इस देश के लोगों की सेवा करने के दृष्टिकोण के साथ लक्ष्यों और उद्देश्यों को पूरा करने के लिए टीम में विश्वास जगाया। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शपथ के बाद सोमवार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई , इसके साथ ही मंत्रालयों का वितरण भी हो गया है। बड़े मंत्रियों के विभागों में बदलाव नहीं हुआ है। रक्षा, वित्त, गृह और विदेश मंत्रालय पहले की ही तरह राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, अमित शाह और डॉ एस. जयशंकर के पास ही रहेगा। इसके अलावा नितिन गडकरी पहले की तरह सड़क परिवहन मंत्रालय देखेंगे। बतौर राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा और अजय टम्टा उनके मंत्रालय में सहयोगी मंत्री होंगे।
केंद्रीय कैबिनेट में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय मिलने पर सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “आने वाले दिनों में और पीएम मोदी के नेतृत्व में हम इस मंत्रालय को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में हमारा मंत्रालय जैसे अपनी भूमिका का पालन कर रहा है, आने वाले दिनों में वैसे ही अपनी भूमिका निभाएगा।”
बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को नई दिल्ली में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया है। इस अवसर पर बोलते हुए, सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के गतिशील नेतृत्व के तहत, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय हमारे प्रयास में समुद्री क्षेत्र को सशक्त बनाने और इसके समग्र विकास की दिशा में कुछ शानदार काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हम राष्ट्र प्रथम के इरादे से राष्ट्र निर्माण के लिए खुद को प्रतिबद्ध करना जारी रखेंगे क्योंकि हम विकसित भारत के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हमारा मंत्रालय अमृत काल विजन, 2047 की परिकल्पना के अनुसार समग्र विकास के लिए समुद्री क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में काम करना जारी रखेगा। केंद्रीय जलमार्ग मंत्री सोनोवाल ने दोहराया कि इस देश को विकसित भारत बनाने के लिए सेवा देने की प्रतिबद्धता पूर्ण होनी चाहिए और उन्होंने अपनी टीम से इस दिशा में अपना अच्छा काम जारी रखने का आह्वान किया।
इस बार मोदी कैबिनेट में शामिल शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और जेपी नड्डा को इस बार बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। शिवराज सिंह को कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय दिया गया है। खट्टर शहरी विकास और विद्युत मंत्रालय संभालेंगे। जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया है। धर्मेन्द्र प्रधान शिक्षा मंत्री, हरदीप पुरी पेट्रोलियम मंत्री, भूपेंद्र यादव पर्यावरण मंत्री और अश्वनी वैष्णव को रेल मंत्रालय और सूचना-प्रसारण मंत्रालय दिया गया है। डॉ. एस जयशंकर को पहले की तरह विदेश मंत्रालय मिला है।