उत्तराखंड के चमोली जिले में गत 24 घंटे से लगातार बारिश जारी है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कमेडा और नंदप्रयाग में अवरुद्ध मार्गों पर लगातार भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण सड़क को सुचारू करने में व्यवधान हो रहा है। हालांकि नंदप्रयाग में बाईपास से आवाजाही सुचारू है। जबकि कमेडा में मार्ग को सुचारू कर दिया गया है। प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से कहा कि वे अनावश्यक यात्रा न करें।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि गुरूवार की रात बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कमेडा में बाधित होने के कारण वहां फंसे 130 तीर्थयात्रियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से रात्रि विश्राम और भोजन की व्यवस्था की गई। जोशीमठ-मलारी मार्ग पर लाता के पास दोनों तरफ से सड़क बंद होने पर वहां भी रात्रि को 40 लोग फंस गए थे, जिन्हें एसडीआरएफ की मदद से सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है और मोटर मार्ग को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ही रही अतिवृष्टि के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। भारी बारिश के दृष्टिगत जिलाधिकारियों सहित एसडीआरएफ की टीमों को सतर्क रहने के लिए निर्देशित किया। समस्त प्रदेशवासियों से आग्रह करता हूं की अनावश्यक यात्रा न करें।
आपको बता दें कि बारिश के कारण जनपद में अभी 46 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं । वहीं थराली, कर्णप्रयाग और गैरसैंण में विद्युत आपूर्ति बाधित है, जिसे सुचारू करने के लिए यूपीसीएल काम कर रहा है। सुरक्षा के दृष्टिगत शुक्रवार को सभी विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया गया है।
सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने और स्थानीय लोगों को नदी-नालों से दूर रहने के साथ मार्ग सुचारू होने तक यात्रा टालने की सलाह दी गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि एहतियात के तौर पर सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।