दिल्ली में 25 मई को छठे चरण में मतदान होगा। इस चरण में डेढ़ करोड़ से अधिक मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग ने 13 हजार 667 मतदान केन्द्र बनाए हैं। सुचारु मतदान के लिए एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती की गई है और शांतिपू्र्ण मतदान के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। चुनाव तैयारियों की जानकारी देते हुए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन आयुक्त पी कृष्णमूर्ति ने बताया कि दिल्ली में 2627 स्थानों पर 13637 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। मतदाताओं की संख्या को देखते हुए 4 अतिरिक्त मतदान केन्द्र भी बनाए गए हैं। करीब 1.03 लाख कर्मचारियों की चुनाव तैनाती की गई है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन आयुक्त पी कृष्णमूर्ति ने आज (मंगलवार) को इस संबंध में एक पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कल नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई थी। 265 उम्मीदवारों ने 367 नामांकन दाखिल किए हैं। आज नामांकन की जांच होगी और 9 मई तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके बाद चुनावी स्थिति स्पष्ट होगी।
मतदाताओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली में कुल 1 करोड़ 52 लाख 01 हजार 936 मतदाता हैं। 2019 के मुकाबले इस बार 8.85 प्रतिशत अधिक मतदाता हैं। इनमें से 82 लाख 72 हजार 794 पुरुष और 69 लाख 87 हजार 940 महिला और 1228 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। महिला पुरुष अनुपात में भी इस बार सुधार हुआ है और यह एक हजार पुरुषों पर 818 महिलाओं से बढ़कर 851 महिला हो गया है। इसके अलावा आबादी और मतदाता अनुपात में भी सुधार हुआ है। चुनाव आयोग के प्रयास से ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 669 से बढ़कर 1228 हुई है।
चुनाव तैयारियों की जानकारी देते हुए कृष्णमूर्ति ने बताया कि दिल्ली में 2627 स्थानों पर 13637 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। मतदाताओं की संख्या को देखते हुए चार अतिरिक्त मतदान केन्द्र भी बनाए गए हैं। करीब 1.03 लाख कर्मचारियों की चुनाव तैनाती की गई है। इसमें मतदान और मतगणना दोनों से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं। 6833 मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। 8 हजार अतिरिक्त स्वयंसेवकों की तैनाती की गई है। यह दिव्यांग और उम्रदराज मतदाताओं की सहायता करेंगे।
दिल्ली में 25 मई को होने वाले मतदान के लिए केन्द्रीय सुरक्षा बलों की 46 कंपनियां तैनात की जायेंगी। 19 हजार दिल्ली और आसपास के राज्यों से होमगार्ड की तैनाती होगी और 78 हजार दिल्ली पुलिस कर्मी भी तैनात होंगे। इनमें से 33 हजार सक्रिय तौर पर मतदान प्रक्रिया में सहयोग करेंगे।