पीएम मोदी ने आज रविवार को बोकारो में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यदि झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनती है तो वे सभी ‘पेपर लीक माफिया’ और ‘भर्ती माफिया’ को निशाना बनाएंगे और जेल भेजेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी झारखंड में हजारों युवाओं को बिना किसी ‘खर्ची-पर्ची’ के रोजगार प्रदान करेगी जैसे हरियाणा में किया था। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पहले हरियाणा में लोग नौकरी पाने के लिए नेताओं से पत्र का इंतजार करते थे और इसके लिए भारी रकम चुकानी पड़ती थी, लेकिन जब बीजेपी ने हरियाणा में सरकार बनाई तो ‘खर्ची-पर्ची’ की व्यवस्था को खत्म कर दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा में जब हमने सरकार बनाई तो हमने हजारों युवाओं को बिना किसी ‘खर्ची-पर्ची’ के नौकरी दी। यही काम झारखंड में भी करेंगे। उन्होंने कहा “यहां हमारा एक और लक्ष्य -‘पेपर लीक माफिया’ और ‘भर्ती माफिया’ को समाप्त करना रहेगा जिन्होंने झारखंड के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, हमारी सरकार बनने पर इन भ्रष्ट लोगों को कड़ी सजा दिलवाएंगे। पीएम ने कहा कि हम इस लड़ाई को कोर्ट तक ले जाएंगे। आपका पैसा केवल आपके लिए खर्च होगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने झारखंड के विकास के लिए लाखों करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिसमें राज्य के 50 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण जिनमें बोकारो रेलवे स्टेशन भी शामिल है। उन्होंने कहा, “हम पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा सीधे झारखंड के किसानों के बैंक खातों में भेजते हैं और वे पूरा पैसा प्राप्त करते हैं। इसी तरह, कई सड़क, रेलवे और हवाई अड्डे के कामों पर केंद्रीय सरकार सीधे खर्च करती है; कोई भी बीच में भ्रष्टाचार नहीं कर सकता। हमारी सरकार ने झारखंड में लाखों करोड़ रुपये खर्च किए हैं।”
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार नई इंडस्ट्रीज को बढ़ावा दे रही है और झारखंड में बंद पड़ी पुरानी फैक्ट्रियों को फिर से खोल रही है। सिंदरी उर्वरक फैक्ट्री भी पिछली सरकारों की गलत नीतियों के कारण बंद हो गई थी, जिसे बीजेपी ने फिर से चालू किया और इसके कारण हजारों युवाओं को रोजगार मिला। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि झारखंड में अवैध घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए बीजेपी सरकार की जरूरत है।
पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर साधा निशाना
पीएम ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और झामुमो दलित आदिवासी और ओबीसी समुदायों के बीच फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं और सत्ता के लिए इन समुदायों में विभाजन पैदा कर रहे हैं। गौरतलब है कि 81 सीटों पर झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा, और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।