देश के कई इलाकों में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इस बीच मौसम विभाग ने पूर्वी और प्रायद्वीप क्षेत्रों में अगले पांच दिनों तक लू चलने का अनुमान लगाया है। उत्तरी कर्नाटक, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र, झारखंड, तेलंगाना, और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में लू की संभावना है। उधर, पूर्वोत्तर क्षेत्रों में रविवार तक तेज बारिश और आंधी तूफान की आशंका है।
हीटवेव के बेहतर प्रबंधन के लिए जागरूकता जरूरी
इस बीच आने वाले दिनों में बढ़ती गर्मी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कार्ययोजना तैयार करने के लिए बैठक बुलाई। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि हीटवेव के बेहतर प्रबंधन के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने की दिशा में निरंतर प्रयास आवश्यक हैं, क्योंकि प्रभावी समाधान से प्रभावी प्रबंधन होता है।
अल-नीनो की भविष्यवाणी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौसम विभाग ने इस साल के लिए अल-नीनो की भविष्यवाणी की है। इसलिए इस साल गर्मी की लहर की संभावना अधिक है। गर्मी में तापमान सामान्य से अधिक होगा। यह साल चुनावी साल है और गर्मी से बचाव के लिए कदम उठाना बेहद जरूरी है। इसलिए राज्य सरकारों को कहा गया है कि वे एक एडवाइजरी जारी करें।
इसके साथ ही उन्होंने गर्मी से संबंधित बीमारियों के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि हीटवेव पर क्षेत्र स्तर के डेटा को साझा करने के लिए राज्यों से इनपुट के साथ केंद्रीय डेटाबेस बनाना चाहिए ताकि स्थिति का वास्तविक आकलन किया जा सके।
अगले तीन महीनों को पूर्वानुमान
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस बार मौसम विभाग ने तीन महीने के लिए बहुत गर्मी पड़ने की संभावना जताई है। इसको देखते हुए अस्पताल की तैयारियों और इससे निपटने के लिए उपायों पर कार्ययोजना तैयार की जाएगी। गौरतलब हो कि मौसम विभाग ने इस बार ग्रीष्म ऋतु में अप्रैल से जून के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने और ज्यादा दिन लू चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने सोमवार को अगले तीन महीनों को पूर्वानुमान जारी किया। इसमें कहा गया है कि गर्मी के मौसम के दौरान दक्षिण प्रायद्वीप, मध्य भारत, पूर्वी भारत और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक उष्ण लहर वाले दिन होने की संभावना है।