दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर मॉनसून सक्रिय हो गया है। गुरुवार से सुबह से दिल्ली समेत आसपास बारिश का दौर जारी है। वहीं गुजरात के कई हिस्सों में लगातार चौथे दिन मूसलाधार बारिश जारी है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है। मूसलाधार वर्षा से संबंधित घटनाओं में अब तक कम से कम 25 लोगों के मारे जाने की खबर है।
भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीमें तैनात
गुजरात के ही देवभूमि द्वारका जिले में पिछले 24 घंटों में भारी वर्षा दर्ज की गई। सौराष्ट्र के कई जिलों खासकर देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, राजकोट और कच्छ जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। कल पूरे राज्य में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 17000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया, जिनमें से 5000 से अधिक लोग अकेले वडोदरा शहर से हैं। वडोदरा शहर में आवासीय क्षेत्रों में बाढ़ के पानी के पहुंचने पर पानी में फंसे लगभग 1200 से अधिक लोगों को बचाया गया है। राहत और बचाव के लिए वडोदरा में भारतीय सेना की अतिरिक्त चार टुकड़ियां और एनडीआरएफ की अतिरिक्त पांच टीमें तैनात की गई हैं। इस बीच मौसम विभाग ने आज सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की है।
ट्रेन यातायात प्रभावित
रेलवे ने बुधवार काे गुजरात होकर जाने वाली ट्रेनों को रद्द कर दिया है। वहीं गुजरात से होकर जोधपुर आने वाली ट्रेनों का रूट बदलकर मध्यप्रदेश होते हुए चित्ताैड़ और अजमेर होकर जोधपुर किया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से संचालित होने वाली 21 ट्रेनों को रुट बदला गया है। चार ट्रेनों को कैंसिल किया गया है।
मछुआरों को अलर्ट
वहीं, मौसम विभाग ने गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में भी हल्की से मध्यम वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है। विभाग ने कहा है कि उत्तर और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है और अगले 24 घंटों के दौरान इसके दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तटों के करीब पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है। वहीं, पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी मध्य अरब सागर, गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर शुक्रवार तक मछुआरों को न जाने की सलाह दी गई है। दिल्ली और उसके आसपास के कई हिस्सों में रात भर मध्यम से भारी बारिश हुई। वर्षा से कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है।
रिहंद बांध के सात फाटक खोले गए
एशिया के विशालतम बांधों में एक रिहंद बांध में पानी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बुधवार की शाम तक सात फाटक खोल दिया गया है। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के बार्डर पर स्थित रिंहंद बांध में लगातार आ रहे पानी को देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा एहतियात के तौर पर एक गेट को बुधवार की सुबह 8 बजे खोल दिया गया। बांध से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि बांध की सुरक्षा के चलते बांध के फाटक खोले गए। बांध के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार बांध का वर्तमान जलस्तर 869.1 फीट पर है। बांध पर बनी सभी 6 टरबाइनों को फुल लोड पर चलाकर 294 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी किया जा रहा है। जिससे बड़ी मात्रा में पानी डिस्चार्ज हो रहा है। अगस्त माह में हुई झमाझम बारिश के बाद रिहंद बांध का पेट भर गया है। कई वर्षों के बाद बांध में पूरा पानी भरा है। 31 जुलाई तक जहां बांध का जलस्तर 839 फीट ही था वही अगस्त माह में हुई अच्छी बारिश के बाद बांध के जलस्तर 869.1 फीट पर पहुंच गया है। फिलहाल बांध के सातो फाटकों को खोला गया है जरूरत पड़ने पर और फाटक खोले जाएंगे।