देश में इस समय 18वीं लोकसभा के आम चुनाव हो रहे हैं पहले चरण के मतदान के दौरान मतदाताओं को काफी गर्मी का सामना करना पड़ा था। इसके मद्देनजर चुनाव आयोग ने बीते सोमवार को एक बैठक आयोजित किया। इस दौरान आईएमडी के महानिदेशक ने मौसम संबंधी पूर्वानुमान को लेकर भविष्यवाणी की कि दूसरे चरण में गर्मी की लहर (लू) के संबंध में कोई बड़ी चिंता नहीं है।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के मतदान वाले 13 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लिए मौसम सामान्य बना रहेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान अन्य चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख और भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक ने भाग लिया।
बैठक के दौरान कई निर्णय लिए गए जिसमें चुनाव आयोग,मौसम विभाग,एनडीएमए और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों की एक टास्क फोर्स किसी भी संबंधित घटनाक्रम के लिए प्रत्येक मतदान चरण से पांच दिन पहले गर्मी और उमस के प्रभाव की समीक्षा करेगी। यदि आवश्यक हो तो शमनकारी उपायों की भी व्यवस्था भी की जाएगी।
चुनाव आयोग 16 मार्च, 2024 की अपनी मौजूदा गाइडलाइन्स के मुताबिक मतदान केंद्रों पर धूप से बचाव के लिए शामियाना,पीने के पानी,पंखे और अन्य सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाओं सहित पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सीईओ के साथ एक अलग समीक्षा करेगा।
चुनाव आयोग सूचना,शिक्षा और संचार के जरिये लोगों को कर रही जागरूक
मतदान केंद्र क्षेत्रों में गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए एहतियाती उपायों (क्या करें और क्या न करें) के लिए जनता के बीच सूचना, शिक्षा और संचार के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। चुनाव आयोग मौसम रिपोर्टों पर बारीकी से नजर रख रहा है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि मतदान कर्मियों और सुरक्षा बलों, उम्मीदवारों और राजनीतिक दल के नेताओं के साथ-साथ मतदाताओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को दिये गाइडलाइन्स जारी करने के निर्देश
आयोग ने पहले ही को सभी सीईओ को “हीट वेव प्रभाव की रोकथाम” के संबंध में एक गाइडलाइन्स जारी की थी साथ ही राज्यों में सभी सीईओ द्वारा कड़ाई से पालन के लिए मतदान केंद्रों पर सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाओं के संबंध में आयोग ने निर्देश भी जारी किए थे।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और एनडीएमए ने मतदान के दौरान गर्मी से संबंधित जोखिम को कम करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों को सार्वजनिक स्वास्थ्य गाइडलाइन्स के हिस्से के रूप में एक राज्य कार्य योजना तैयार करने का निर्देश जारी किया है।
गौरतलब है कि 26 अप्रैल को लोकसभा आम चुनाव के दूसरे चरण में 13 राज्यों के 89 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होने हैं। इन राज्यों में असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं।