संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इससे एक दिन पहले सत्र के सुचारू संचालन के लिए आहूत सर्वदलीय बैठक में विपक्षी पार्टियों ने अडाणी और मणिपुर हिंसा आदि मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग की है।
विपक्ष कर सकता है हंगामा
विपक्ष इस मुद्दे पर हंगामा कर सकता है। सरकार ने वक्फ संशोधन, एक राष्ट्र-एक चुनाव जैसे करीब 16 विधेयकों को भी सत्र में लाने के संकेत दिए है। इनमें वक्फ, एक राष्ट्र-एक चुनाव विधेयक को लेकर पहले ही प्रमुख विपक्षी दलों के साथ पहले से टकराव है।
20 दिसंबर तक चलेगा सत्र
यह सत्र हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड के विधानसभा चुनाव और कई राज्यों में हुए उपचुनाव की छाया में शुरू हो रहा है। सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। संसद सत्र के सुचारु संचालन के लिए सर्वदलीय बैठक में सत्र के काम-काज पर चर्चा हुई। सरकार ने आश्वासन दिया है कि राज्यसभा सभापति, लोकसभा अध्यक्ष और कार्यमंत्रणा समिति के समक्ष इन्हें रखा जाएगा और उन पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
सरकार विपक्ष के सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसद भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में 30 राजनीतिक दलों के 42 नेताओं ने हिस्सा लिया। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और सरकार ने विपक्ष की मांगों और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना। सरकार विपक्ष के सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, हम केवल इतना चाहते हैं कि सदन सुचारू रूप से चले। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)